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हांगकांग में भारी विरोध प्रदर्शन के बीच नए पुलिस आयुक्‍त की नियुक्‍त, वाई चुंग पर गिरी गाज

चीन की स्‍टेट काउंसिल ने मंगलवार को तांग पिंग कुंग को लो वाई चुंग की जगह हांगकांग के नया पुलिस आयुक्‍त के रूप में नियुक्‍त किया है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 09:01 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 09:01 AM (IST)
हांगकांग में भारी विरोध प्रदर्शन के बीच नए पुलिस आयुक्‍त की नियुक्‍त, वाई चुंग पर गिरी गाज
हांगकांग में भारी विरोध प्रदर्शन के बीच नए पुलिस आयुक्‍त की नियुक्‍त, वाई चुंग पर गिरी गाज

हांगकांग, एजेंसी । हांगकांग में बड़े पैमान पर विरोध प्रदर्शन के बीच चीन की स्‍टेट काउंसिल ने मंगलवार को तांग-पिंग-कुंग को लो वाई चुंग की जगह हांगकांग के नया पुलिस आयुक्‍त नियुक्‍त किया है। सिन्‍हुआ न्‍यूज के मुताबिक हांगकांग के मुख्‍य कार्यकारी कैरी लैम के सुझाव के बाद काउंसिल ने यह बदलाव किया है। 

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झड़प में 38 लोग घायल, 154 लोगों को गिरफ्तार

हफ्ते भर से पॉ‍लीटेक्निक विश्‍वविद्यालय पर कब्‍जा जमाए बैठे आंदोलनक‍ारियों के खिलाफ रविवार रात पुलिस ने कार्रवाई की। तीर धनुष पेट्रोल बम और पत्‍थर लेकर तैयार बैठे आंदोलनकारी छात्रों ने कुछ देर तक तो पुलिस का प्रतिरोध किया, लेकिन इसके बाद छात्र भागने लगे। पुलिस के जवान आंसू गैस, रासायनिक तरल और रबर बुलेट छोड़ते हुए आगे बढ़ते गए। इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठियां भी भाजी। प्रदर्शनकारी और पुलिस की झड़प में 38 लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने इस मामले में 154 लोगों को गिरफ्तार किया है।

दो दिनों से जारी है प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच झड़प 

इससे पहले विश्‍वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को परिसर में घुसने से रोकने की पूरी कोशिश की लेकनि पुलिस अधिकारी नहीं माने। पुलिस को शुरुआत में छात्रों का भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। गत दो दिनों से छात्रों ने पुलिस पर हमले किए थे। पुलिस पर तीर-धनुष और गुलेल से हमला किया गया। पुलिस को इस बात की भनक थी कि प्रदर्शनकारियों के पास प्रयोगशाला से खतरनाक रसायन है। वह इसका इस्‍तेमाल पुलिस पर कर सकते हैं।

खास बात यह है कि इस विश्‍वविद्यालय परिसर से चीन सैन्‍य अड्डा बहुत समीप है। इसलिए चीन की सेना हालात पर पैनी नजर बनाए हुए थे। वह दूरबीन की मदद से विश्‍वविद्यालय में हो रही कार्रवाई पर नजर रखे हुए थे। करीब छह माह से जारी लोकतंत्र की मांग वाले आंदोलन से हांगकांग अस्‍त-व्‍यस्‍त हो गया। महानगर में चार विश्‍वविद्यालय अभी भी आंदोलनकारियों के कब्‍जे में हैं।  


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