टेरीजा ने ब्रेक्जिट पर सांसदों से मांगा समर्थन, भरोसा न मिलने पर टल सकता है संसद में वोटिंग
ईयू ने अलगाव के लिए पूर्व निर्धारित शर्तो में कोई फेरबदल की संभावना से इन्कार किया है। ब्रिटेन को संसद की अनुमति वाला प्रस्ताव 21-22 मार्च को ईयू को सौंपना है।
शर्म अल-शेख, रायटर। यूरोपीय यूनियन (ईयू) से अलगाव के लिए प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने ब्रिटिश सांसदों से 12 मार्च तक का समय मांगा है। कहा है कि इस बार वह बेहतर शर्तो वाला ब्रेक्जिट प्रस्ताव तैयार कर संसद में पेश करेंगी। कहा यह भी जा रहा है कि टेरीजा को सांसदों से समर्थन का भरोसा नहीं मिला तो वह संसद में ब्रेक्जिट को लेकर मतदान टाल भी सकती हैं।
सरकार को ईयू से ब्रिटेन के औपचारिक अलगाव के लिए संसद की मंजूरी आवश्यक है। जनवरी में सरकार यह मंजूरी पाने में विफल हो चुकी है। ईयू से ब्रिटेन के अलगाव के लिए 29 मार्च की तारीख तय है।
मिस्त्र के शर्म अल-शेख शहर में ईयू-अरब लीग के सम्मेलन में भाग लेने के लिए जाते हुए टेरीजा ने कहा, इसी सप्ताह संसद में होने वाले मतदान के लिए वह ब्रेक्जिट का संशोधित प्रस्ताव रखेंगी। लेकिन संसद की अनुमति मिलने की प्रक्रिया 12 मार्च को पूरी होगी।
सूत्रों के अनुसार शर्म अल-शेख में टेरीजा ब्रेक्जिट शर्तो में बदलाव के लिए ईयू नेताओं का समर्थन पाने की कोशिश करेंगी। इस बीच यूरोपियन कौंसिल के प्रेसिडेंट डोनाल्ड टस्क ने टेरीजा से प्रस्ताव को लेकर पारदर्शिता बरतने का आग्रह किया है।
ईयू ने अलगाव के लिए पूर्व निर्धारित शर्तो में कोई फेरबदल की संभावना से इन्कार किया है। ब्रिटेन को संसद की अनुमति वाला प्रस्ताव 21-22 मार्च को ईयू को सौंपना है।