COVID-19: 'कुछ लोग तो मरेंगे ही, लेकिन उनके लिए इकोनॉमी को बर्बाद नहीं किया जा सकता'
ब्राजील के राष्ट्रपति ने कोरोना की वजह से लॉकडाउन की मांग को नकारते हुए कहा है कि कुछ लोग तो मरेंगे ही इसके लिए अर्थव्यवस्था को बर्बाद नहीं किया जा सकता है।
साओ पाओलो (रॉयटर)। ब्राजील में कोरोना वायरस के चपेट में आए लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यहां पर इनकी संख्या 3477 तक पहुंच गई है। वहीं अब तक 93 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो चुकी है। इसके बावजूद राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो देश में लॉकडाउन के सख्त खिलाफ हैं। उन्हें लोगों की जान की परवाह कम है लेकिन अर्थव्यवस्था में गिरावट का डर ज्यादा सता रहा है। कोरोना वायरस और इससे मरने वाले लोगों के बाद उनका एक बयान बेहद शर्मसार करने वाला है। उन्होंने कहा है कि लोग उन्हें माफ करें, लेकिन कुछ लोग तो इससे मरेंगे ही।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ने के साथ-साथ राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो और स्टेट्स के गवर्नर्स के बीच की नाराजगी साफ नजर आने लगी है। आपको ये भी बता दें कि कुछ राज्यों ने अपने यहां पर लॉकडाउन का एलान कर दिया है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति लगातार लोगों को कह रहे हैं कि वो अपने काम पर लौटें क्योंकि लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। इतना ही नहीं वह कोरोना वायरस के खतरे को नजरअंदाज करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले को भी नहीं मान रहे हैं, न ही लोगों को ऐसा करने की सलाह दे रहे हैं।
ये हाल तब है जब इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत कई देश इसको अमल में लाने के लिए कड़े नियम तक बनाए हैं। इतना ही नहीं दुनिया के कई देशों ने अपने यहां पर लॉकडाउन किया है। हालांकि इस मामले में बोल्सोनारो की सोच अमेरिका और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से काफी मेल खा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों ने भी अपने यहां पर लॉकडाउन करने से साफ इनकार कर दिया है।
आपको ये भी बता दें कि धीरे-धीरे कोरोना का असर यहां की अर्थव्यवस्था पर दिखाई देने लगा है। इस बीच राष्ट्रपति ने साफ कर दिया है कि चाहे कुछ भी हो जाए वह देश में लॉकडाउन नहीं करेंगे। उन्होंने यहां तक कहा कि कुछ लोग तो इससे मरेंगे ही, लेकिन उनके लिए अर्थव्यवस्था को बंद नहीं किया जा सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने साओ पाओलो में कोरोना वायरस के कारण हुई मौतों को लेकर राज्य के गवर्नर पर ही शक जताया है। उन्होंने गवर्नर पर आरोप लगाया है कि मरने वालों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। हालांकि इस बाबत उन्होंने किसी तरह का कोई सुबूत अपने बयान के समर्थन में पेश नहीं किया। गौरतलब है कि बोल्सोनारो और गवर्नर्स के बीच में काफी समय से विवाद चल रहा है।
गौरतलब है कि ब्राजील में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह पर देश के 26 गवर्नर्स ने गैर-जरूरी कमर्शियल काम बंद कर दिए हैं। ऐसा कोरोना के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए किया गया है। लेकिन इस पर भी राष्ट्रपति का जवाब काफी रुखा था। उन्होंने कहा कि यही जीवन है, लेकिन इसकी वजह से कार फैक्ट्री बंद नहीं की जा सकती हैं।आपको ये भी बता दें किसाओ पाओलो को देश में अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। यहां कोरोना पॉजीटिव के 1,223 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा अब तक 68 लोग यहां पर अपनी जान गंवा चुके हैं।
अपने कड़े रुख के लिए उन्हें लोगों की आलोचना और विरोध का भी शिकार होना पड़ रहा है। वर्तमान में वहां पर लोग दो धड़ों में बंटते हुए साफ देखे जा सकते हैं। इनमें से एक पक्ष राष्ट्रपति का विरोध करते हुए अपने घरों की खिड़कियों के बाहर पॉट और पैन लटका रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति के समर्थन वाले सड़कों पर हॉर्न बजाकर राष्ट्रपति की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं।
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