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ईरान सीमा पर मिले 18 और अफगान कामगारों के शव, पहले भी मिल चुके हैं शव

ईरान और अफगानिस्तान की सीमा पर बहने वाली नदी से 18 और अफगान कामगारों के शव बरामद किए गए हैं। नदी से अब तक 34 शव मिल चुके हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 10 May 2020 04:58 PM (IST)Updated: Sun, 10 May 2020 04:58 PM (IST)
ईरान सीमा पर मिले 18 और अफगान कामगारों के शव, पहले भी मिल चुके हैं शव
ईरान सीमा पर मिले 18 और अफगान कामगारों के शव, पहले भी मिल चुके हैं शव

काबुल, आइएएनएस। ईरान और अफगानिस्तान की सीमा पर बहने वाली नदी से 18 और अफगान कामगारों के शव बरामद किए गए हैं। नदी से अब तक 34 शव मिल चुके हैं। आरोप है कि ईरान के सीमा रक्षकों ने हाल में देश में घुसने की कोशिश के दौरान अफगान कामगारों को पकड़ा और बुरी तरह पीटने के बाद नदी में फेंक दिया। अफगानिस्तान सरकार ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। 

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 ईरानी सीमा रक्षकों ने पिटाई के बाद अफगान नागरिकों को हरिरुद नदी में फेंका 

विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कुछ दिनों पहले 70 अफगान नागरिक हेरात प्रांत की सीमा से ईरान में घुसने की कोशिश कर रहे थे। ईरान के सीमा रक्षकों ने उन्हें पकड़कर पहले बुरी तरह पीटा और बाद में हरिरुद नदी में फेंक दिया। इस नदी का बेसिन अफगानिस्तान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान में फैला है। हेरात के एक अधिकारी ने कहा, अब तक 16 अफगान नागरिकों को बचाया गया है। 18 से 20 लोग अब भी लापता हैं। 

अफगान सरकार ने 3 मई को घोषणा की थी कि वह इस मामले की जांच करेगी, लेकिन अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग (AIHRC) के प्रवक्ता जबीहुल्ला फरहंग ने शुक्रवार को कहा कि यह स्पष्ट नहीं था, जब ईरानी अधिकारियों के भी शामिल होने के बाद जांच शुरू होनी थी। 

अमेरिका ने मामले की विस्‍तृत जांच की मांग की 

घटना पर हैरानी जताते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने अफगानिस्तान सरकार से मामले की विस्तृत जांच की मांग की थी। लेकिन ईरान के विदेश मंत्रालय ने पोंपियो की टिप्पणी को खारिज करते हुए कहा था कि कुछ लोग षड्यंत्र फैलाकर अफगानिस्तान और ईरान के संबंधों को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ईरान सरकार ने मामले में अपने सीमा रक्षकों की संलिप्तता से इन्कार किया है।


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