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फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बायोडायवर्सिटी पर दिया जोर, बताया- मानव जाति के लिए है 'लाइफ इंश्योरेंस'

UN Biodiversity Summit मनुष्यों के लिए बायोडायवर्सिटी को जीवन बीमा बताते हुए संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा कि यदि 2020 जागरुकता वाला है तो 2021 एक्शन वाला साल होना चाहिए। उन्हेांने कहा मैं नहीं मानता कि मानवाधिकार की तुलना में किसी अन्य जीव का अधिकार ज्यादा है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 09:12 AM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 09:12 AM (IST)
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बायोडायवर्सिटी पर दिया जोर, बताया- मानव जाति के लिए है 'लाइफ इंश्योरेंस'
बायोडायवर्सिटी है लाइफ इंश्योरेंस: फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों

न्यूयार्क, एएनआइ। बायोडायवर्सिटी को हुई क्षति की भरपाई के लिए वैश्विक प्रयासों की अपील करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ( French President Emmanuel Macron) दार्शनिक हो गए और कहा कि मानव जाति के लिए बायोडायवर्सिटी एक जीवन बीमा (life insurance) की तरह है। संयुक्त राष्ट्र बायोडायवर्सिटी समिट में उन्होंने कहा, 'प्रकृति की सुरक्षा' के जरिए 'मानव की सुरक्षा' के मूलभूत नैतिक मुद्दे को उठाया जाता है। इन सबसे ऊपर, 'बायोडायवर्सिटी का संरक्षण' 'पारिस्थितिकी (ecosystems) का संरक्षण है।'

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मैक्रों ने कहा, 'मैं नहीं मानता कि मानवाधिकार की तुलना में किसी अन्य जीव का अधिकार ज्यादा है। लेकिन बगैर पारिस्थतिकी सुरक्षा के मानवाधिकारों का संरक्षण संभव नहीं है। मेरे लिए यह बायोडायवर्सिटी के लिए जंग का दार्शनिक और नैतिक आधार है।' उन्होंने आगे कहा, 'यदि 2020 जागरुकता का साल है तो 2021 एक्शन यानि कार्रवाई का साल होना चाहिए।'

जंगलों के काटे जाने और जंगली जानवरों के शिकार के कारण नए संक्रामक बीमारी के खतरे को लेकर वैज्ञानिकों की ओर से लंबे समय से चेतावनी दी जा रही थी। इसके लिए वैज्ञानिकों की ओर से मनुष्यों, जानवरों और पर्यावरण के बीच लिंक को दर्शाया जा रहा था। COVID-19 महामारी इस बात की याद दिलाता है कि बायोडायवर्सिटी मानव जाति के लिए लाइफ इंश्योरेंस है। जब यह कमजोर होगा हमारी स्वास्थ्य सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। दुनिया भर में संक्रमण का आंकड़ा गुरुवार सुबह 3 करोड़ 38 लाख 74 हजार 2 सौ 83 हो गया  और मरने वालों की संख्या 10 लाख 12 हजार 8 सौ 94 हो गई। 

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) के सेंटर फॉर सिस्टम्स एंड इंजीनियरिंग  (CSSE) ने अपने नवीनतम अपडेट में यह जानकारी देते हुए बताया कि पूरी दुनिया संक्रमण के चपेट में है और इसके कारण अमेरिका की स्थिति काफी बदहाल है। यहां अब तक कुल संक्रमितों की संख्या  72 लाख 29 हजार 7 सौ 23 है वहीं मरने वालों की संख्या 2 लाख 6 हजार 9 सौ 5 है।


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