इजरायल में बने सत्ता के नए समीकरण, नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी गेंट्ज को दो गठबंधनों का मिला साथ
इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी बेन्नी गेंट्ज को दो प्रमुख गठबंधनों का समर्थन मिल गया। वह नेतन्याहू को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं।
यरुशलम, रायटर। इजरायल में सत्ता के लिए नए समीकरण बन रहे हैं। रविवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रतिद्वंद्वी बेन्नी गेंट्ज को दो प्रमुख गठबंधनों का समर्थन मिल गया। इन नए समर्थकों के बल पर गेंट्ज इजरायल में सबसे लंबे समय से सत्ता पर काबिज नेतन्याहू को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं। इजरायल में साल भर में तीन बार चुनाव हो चुके हैं। हाल में आए तीसरे चुनाव के परिणाम में भी किसी को बहुमत हासिल नहीं हुआ है।
इजरायल में भ्रष्टाचार के आपराधिक आरोपों से जूझ रहे प्रधानमंत्री नेतन्याहू इस समय छह माह की आपातकालीन सरकार के मुखिया हैं। देश में यह आपातकाल कोरोना वायरस संकट के चलते लगाया गया है। इस सरकार में नेतन्याहू की दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी और पूर्व सेना प्रमुख जनरल गेंट्ज की ब्ल्यू एंड व्हाइट पार्टी के नेता शामिल हैं। दो मार्च को हुए चुनाव के परिणामों के बाद से राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन नई सरकार के गठन के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं से लगातार विचार-विमर्श कर रहे हैं।
ताजे घटनाक्रम में विरोधी समझी जाने वाली अरब पार्टियों का गठबंधन और पूर्व रक्षा मंत्री एविडर लीबरमैन की इजरायल बीटीनू पार्टी गेंट्ज के समर्थन में आगे आई हैं। अगर यह गठबंधन बना तो 120 सदस्यों वाली संसद में गेंट्ज को सरकार बनाने के लिए आवश्यक 61 सदस्यों का समर्थन मिल जाएगा। जबकि नेतन्याहू के समर्थकों की संख्या 58 है।
लेकिन सरकार बनाने के लिए अरब पार्टियों का समर्थन लेने में गेंट्ज को हिचक है। अगर सरकार बनाने के लिए उन्होंने समर्थन लिया तो नेतन्याहू की दक्षिणपंथी पार्टी को उसका राजनीतिक लाभ मिल सकता है और इजरायल की स्थापना की भावनात्मक लड़ाई कमजोर पड़ने की आशंका पैदा हो जाएगी। दस साल से सत्ता पर काबिज नेतन्याहू (70) के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामले दर्ज हैं जिनमें जल्द सुनवाई शुरू होनी है। हालांकि नेतन्याहू ने कुछ भी गलत करने से इन्कार किया है।