बांग्लादेश में मस्जिदों में सामूहिक नमाज पढ़ने को दी इजाजत, मास्क पहनना अनिवार्य किया
बांग्लादेश की सरकार ने मस्जिदों में सामूहिक तौर पर नमाज पढ़ने की छूट दे दी है। जबकि बीते 24 घंटों में 706 मामले सामने आए हैं और संक्रमितों की संख्या 12 हजार से ज्यादा हो गई है।
ढाका, पीटीआइ। बांग्लादेश की सरकार ने मस्जिदों में सामूहिक तौर पर नमाज पढ़ने की छूट दे दी है। लॉकडाउन के नियमों से नमाजियों को छूट देते हुए धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने गुरुवार को इसका एलान किया। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए मुल्क में बीते 26 मार्च से लॉकडाउन है। इसके तहत शारीरिक दूरी के नियमों का पालन जरूरी है। रमजान के दौरान ढील देने का यह निर्णय कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही लगातार वृद्धि के बीच लिया गया है।
बांग्लादेश में बीते 24 घंटों में सामने आए 706 मामलों को जोड़कर संक्रमितों की संख्या 12,425 हो गई है। अब तक 186 लोग दम तोड़ चुके हैं। सरकारी आदेश के अनुसार, मस्जिदों में नमाज के लिए सभी को मास्क पहनना और साबुन से हाथ धोना जरूरी होगा। नमाजियों को एक-दूसरे से कम से कम एक गज की दूरी बनाए रखनी होगी। हर नमाज के बाद मस्जिद को संक्रमणरहित करना जरूरी है। मस्जिदों में बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोगों के जाने पर पाबंदी है।
ऐसे में जब विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर दुनियाभर में तमाम विशेषज्ञ लॉकडाउन में दी जा रही ढील को लेकर चेतावनी दे रहे हैं। एशिया के कई देशों ने लॉकडाउन में ढील देनी शुरू कर दी है। पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बावजूद प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार से लॉकडाउन खत्म करने का एलान किया है। इमरान ने गुरुवार को लॉकडाउन के मुद्दे पर हुई बैठक के बाद यह घोषणा की।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की दलील है कि मुल्क के गरीबों और कामगारों को लॉकडाउन में मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह से सरकार ने इसे खत्म करने का निर्णय लिया है। पाकिस्तान में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा 1,532 मामले सामने आए। मुल्क में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 24 हजार के पार हो गई है। पाकिस्तान में कोरोना से पिछले 24 घंटों में 38 लोगों की मौत हो गई है।