बहामास में अमेरिकी पर्यटकों की एंट्री पर बैन, संक्रमण को रोकने के लिए उठाया कदम
घातक वायरस के संक्रमण को रोकने के मद्देनजर बहामास ने अमेरिका समेत उन सभी देशों से आनेवाले पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है जहां संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
नसाउ, एएनआइ। कैरेबियाई देशों में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने के क्रम में बहामास ने उन देशों से पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है जहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामले काफी अधिक है विशेषकर अमेरिका। सभी अंतरराष्ट्रीय कॉमर्शियल उड़ानों को बुधवार से बहामास में प्रवेश से रोक दिया गया है। देश में प्रवेश की छूट केवल यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) , यूरोपीय यूनियन (European Union) और कनाडा (Canada) को दी गई है जहां संक्रमण के मामले नहीं हैं। देश के प्रधानमंत्री हुबर्ट मिन्निस (Prime Minister Hubert Minnis) ने यह जानकारी स्थानीय समयानुसार रविवार को एक टीवी साक्षात्कार में दी।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह हमारे मौजूदा हालात की मांग है अगर हमने इसे नजरअंदाज किया तो वायरस से हार जाएंगे।' उन्होंने बताया कि बहामास में संक्रमण के 15 नए मामले हैं। इसके साथ ही देश में अब तक कुल संक्रमित मामलों का आंकड़ा 153 हो गया। कुल संक्रमण के मामलों में से 49 मामले 1 जुलाई के बाद आए हैं जब देश ने अपनी सीमाओं को दोबारा खोला है। समुद्री नौकाओं व जहाजों के भी प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहीं सभी देशों के प्राइवेट इंटरनेशनल फ्लाइटों, चार्टरों को प्रवेश से नहीं रोका जाएगा। प्रधानमंत्री के अनुसार, अमेरिका जाने वाली राष्ट्रीय एयरलाइन बहामासएयर (National airline Bahamasair) भी अपनी उड़ानों पर रोक लगाएगा और यहां के बीच और पार्कों को भी आगे की नोटिस तक बंद कर दिया गया।
पर्यटकों पर पाबंदी लगाने वाले बहामास के फैसले से देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी। बहामास इंवेस्टमेंट ऑथोरिटी के अनुसार, देश के जीडीपी में 50 फीसद का योगदान केवल पर्यटन से है। हर साल यहां अमेरिका से 55 लाख पर्यटक आते हैं। लेकिन इस बार अमेरिका में संक्रमण का बुरा दौर देखते हुए बहामास ने ऐसा फैसला लिया है। बता दें कि अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के CSSE की ओर से जारी डेटा में यह जानकारी दी गई है कि संक्रमण के मामले में सभी देशों को अमेरिका ने पीछे छोड़ दिया है। यहां कुल संक्रमित लोगों की संख्या 38 लाख 25 हजार 1 सौ 53 है और यहां मरने वालों की संख्या 1 लाख 40 हजार 9 सौ 57 है।