ऑस्ट्रेलिया ने गूगल से कहा कि समाचार सामग्री के बदले दो पैसे, गूगल ने कहा बंद कर देंगे सेवा
गूगल की ओर से ऑस्ट्रेलियाई सरकार को धमकी दी गई है कि वो अपनी सेवाएं वहां बंद कर देंगे। समाचार सामग्री के बदले गूगल को स्थानीय मीडिया संगठनों को पैसे देने का आदेश दिया है।
कैनबरा, एजेंसियां। ऑस्ट्रेलियाई सरकार और गूगल के बीच तनातनी बनी हुई है। ऑस्ट्रेलिया ने जब से गूगल से ये कहा है कि उसे समाचार सामग्री का इस्तेमाल करने के लिए स्थानीय मीडिया संगठनों को पैसे का भुगतान करना चाहिए। दरअसल गूगल अपने सर्च इंजन पर इन दिनों उस देश की भाषा में वहां की लोकल वेबसाइटों से समाचार लेकर उसे अपने इंजन पर शेयर कर रहा है। इसी समाचार सामग्री को शेयर किए जाने को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने गूगल से पैसे की मांग की है।
इसके बाद अब गूगल ने ऑस्ट्रेलिया में मुफ्त सर्च सेवा बंद करने की चेतावनी दी है। तकनीकी कंपनी गूगल की ओर से यह धमकी ऑस्ट्रेलियाई सरकार के उस आदेश के बाद दी गई है। जिसमें उन्होंने समाचार सामग्री के बदले गूगल को स्थानीय मीडिया संगठनों को पैसे देने का आदेश दिया है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया एक कानून के मसौदे पर काम कर रहा है, जिसके तहत गूगल और फेसबुक दोनों को मीडिया कंपनियों से ली गई समाचार सामग्रियों के लिए भुगतान करना पड़ सकता है। इस कानून पर सार्वजनिक विचार-विमर्श की प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी होनी है।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में गूगल के प्रबंध निदेशक मेल सिल्वा ने पत्र में कहा, 'इस प्रस्तावित कानून की वजह से हमें आपको काफी खराब गूगल सर्च और यूट्यूब उपलब्ध कराने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। साथ ही प्रयोगकर्ताओं का डाटा बड़ी समाचार कंपनियों को दिया जा सकता है।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में आपको गूगल सर्च की मुफ्त सुविधा भी गंवानी पड़ सकती है। गूगल और फेसबुक दोनों ने ही पिछले महीने जारी किए गए प्रस्तावित कानून की निंदा की है। उधर, प्रस्तावित कानून तैयार करने वाले ऑस्ट्रेलिया के प्रतिस्पर्धा आयोग के चेयरमैन रोड स्मिथ ने गूगल के पत्र को तथ्यों से परे बताया है।
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया और गूगल के बीच पैसे के भुगतान को लेकर रस्साकशी जारी है। देखने वाली बात ये होगी कि ऑस्ट्रेलिया अपने इस फैसले को वापस लेता है या फिर पैसा मांगे जाने के बाद गूगल ऑस्ट्रेलिया में अपने सर्च इंजन की सेवाएं बंद कर देगा।