ऑस्ट्रेलिया की जीडीपी से ज्यादा बढ़ी दुनियाभर में अरबपतियों की संपत्ति
दुनियाभर के अरबपतियों (जिनकी संपत्ति एक अरब डॉलर यानी करीब 73 अरब रुपये से ज्यादा है) की संपत्ति में पिछले साल 2017 में रिकॉर्ड इजाफा हुआ।
ज्यूरिख, एएफपी। दुनियाभर के अरबपतियों (जिनकी संपत्ति एक अरब डॉलर यानी करीब 73 अरब रुपये से ज्यादा है) की संपत्ति में पिछले साल 2017 में रिकॉर्ड इजाफा हुआ। वहीं चीन ने इस दौरान प्रत्येक सप्ताह दो अरबपति पैदा किए। यह बात शुक्रवार को जारी यूबीएस बिलियनेयर्स 2018 रिपोर्ट में कही गई।
दुनियाभर के अरबपतियों की संपत्ति 2017 में 19 फीसदी यानी 1.4 लाख करोड़ डॉलर बढ़ गई, जो स्पेन या आस्ट्रेलिया के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से ज्यादा है। गार्जियन ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि शेयर बाजारों की मजबूती ने अरबपतियों की संपत्ति बढ़ने में अहम योगदान किया।
अरबपतियों की कुल संपत्ति बढ़कर 8.9 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। यूबीएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि आलोच्य वर्ष में दुनियाभर के अरबपतियों की कुल संख्या 2,158 हो गई है।
चीन के अरबपतियों की संपत्ति में वैश्विक औसत के मुकाबले करीब दोगुनी रफ्तार से बढ़ोतरी हुई। उनकी संपत्ति 39 फीसद बढ़कर 1.12 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गई। यूबीएस ग्लोबल वेल्थ मैनेजमेंट के अल्ट्रा हाई नेटवर्थ के प्रमुख जोसेफ स्टैडलर ने कहा कि पिछले एक दशक में चीन के अरबपतियों ने दुनिया की कुछ सबसे बड़ी और सबसे सफल कंपनियों का सृजन किया है और जीवनस्तर ऊंचा उठाया है।
स्टैडलर ने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। चीन की विशाल आबादी, तकनीक इनोवेशन और उत्पादकता वृद्धि तथा सरकारी सहयोग लोगों को कारोबारी सृजन समेत जीवन स्तर बेहतर बनाने के अभूतपूर्व अवसर उपलब्ध कराते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में चीन ने हर सप्ताह दो नए अरबपति पैदा किए। वहीं संपूर्ण एशिया ने हर सप्ताह तीन से अधिक अरबपति पैदा किए।
आलोच्य अवधि में अमेरिकी क्षेत्र में अरबपतियों की कुल संपत्ति 12 फीसद बढ़कर 3.6 लाख करोड़ डॉलर हो गई। अमेरिका ने इस दौरान 53 नए अरबपति पैदा किए, जबकि पांच साल पहले उसने 87 नए अरबपति पैदा किए थे। मुद्रा के मजबूत होने से यूरोपीय अरबपतियों की कुल संपत्ति में 19 फीसदी इजाफा हुआ, हालांकि अरबपतियों की संख्या महज चार फीसद बढ़कर 414 पर पहुंची।
रिपोर्ट में हालांकि चेतावनी दी गई है कि अमेरिका और चीन में ट्रेड वार बढ़ता है, तो दोनों देशों की आर्थिक विकास दर घट जाएगी। इसके कारण अमेरिका और जापान को छोड़कर शेष एशिया के शेयर बाजार 2018 की गर्मियों के मध्य में दर्ज किए गए स्तर से करीब 20 फीसदी तक फिसल सकते हैं।
अध्ययन में कहा गया है चीन में विशाल आबादी और तकनीक विकास जैसे फंडामेंटल उद्यमियों को अपना कारोबार बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराते रहेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक 2006 में चीन में सिर्फ 16 अरबपति थे। जबकि निजी उद्यमों को चीन की सरकार से पहली बार अनुमति मिलने के महज 30 साल बाद आज वहां अरबपतियों की संख्या बढ़कर 373 पर पहुंच गई है। आज दुनिया के हर पांच अरबपतियों में से एक चीन का नागरिक है। चीन के 97 फीसदी अरबपतियों ने खुद के बूते मुकाम हासिल किया है। इनमें से अधिकतर तकनीक और रिटेल जैसे क्षेत्र में कारोबार करते हैं।
रिपोर्ट के मुतातिबक गत वर्ष 179 नए अरबपति पैदा हुए, जिसमें से 40 से अधिक को संपत्ति विरासत में मिली। संपत्ति का बड़े पैमाने पर हस्तांतरण शुरू हुआ है। दिवंगत अरबपतियों के उत्तराधिकारियों को मिली संपत्ति में गत पांच साल में सालाना 17 फीसदी की रफ्तार से बढ़ोतरी हुई है, जो 2017 में बढ़कर 117 अरब डॉलर हो गई।