रोहिंग्या मामले में भारत के समर्थन में सू की, कहा- आतंकियों से मिले हैं रोहिंग्या
आंग सान सू की ने कहा कि रोहिंग्या समुदाय को म्यांमार में संरक्षण मिला लेकिन इन्होंने म्यांमार में ही आतंकी हमले करवा दिए।
ने पी तॉ (एएनआई)। म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की ने मंगलवार को रोहिंग्या मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए भारत का समर्थन किया और कहा कि रोहिंग्या आतंकी घटनाओं में शामिल हैं और इन्होंने म्यांमार में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है।
#WATCH Myanmar's Aung San Suu Kyi delivers State of the Union address in Nay Pyi Taw https://t.co/UV80NVsW2Y
— ANI (@ANI) September 19, 2017
सू की ने कहा कि रोहिंग्या आतंकी हमलों में शामिल हैं। रोहिंग्या समुदाय को म्यांमार में संरक्षण मिला लेकिन इन्होंने म्यांमार में ही आतंकी हमले करवा दिए। उन्होंने आगे कहा, हम आलोचनाओं से डरने वाले नहीं हैं। जो लोग म्यांमार वापस आना चाहते हैं, हम उनके लिए रिफ्यूजी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय तौर पर गरमाए इस मामले पर सू की ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय दबाव में नहीं आएंगे। उन्होंने रोहिंग्या मुसलमानों के एक वर्ग पर पुलिस कार्रवाई और देश विरोधी काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हम मानवाधिकार उल्लंघन की निंदा करते हैं। हम शांति और कानून को सुचारु तरीके से चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।‘
सू की ने आगे कहा, कई महीनों की शांति के बाद 25 अगस्त को सुरक्षाबलों पर हथियार बंद गुट ने हमला कर दिया। इस आतंकी हमले की जांच में रोहिंग्या और उनके समर्थकों के शामिल होने का पता चला। हम किसी भी तरह के मानवाधिकार उल्लंघन का विरोध करते हैं और सुरक्षा बलों को इन आतंकियों पर कार्रवाई के दौरान नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
सू की ने कहा, म्यांमार के राखिने में सिर्फ मुसलमान नहीं रहते वहां बौद्धों पर हमले कराए गए। हमारे सुरक्षाबल हर हालात और आतंकी खतरे से निपटने में सक्षम है। उन्होंने आगे बताया,’रोहिंग्या ने म्यांमार में हमले कराए हैं। जो लोग पलायन कर रहे हैं हम उनसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि म्यांमार की सामाजिक स्थिति काफी जटिल है। हम जल्द ही हर तरह की समस्या का सामना करेंगे। सरकार शांति की ओर बढ़ने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।‘
सू की ने कहा कि हमने राखिने में में शांति स्थापित करने के लिए सेंट्रल कमिटी बनाई है। हमने डॉ. कोफी अन्नान को कमिशन की अगुवाई के लिए आमंत्रित किया है जो राखिने में लंबे समय से चल रहे संकट का समाधान करेगी। हम इस क्षेत्र में शांति और विकास के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुद्दे पर हमारे ऊपर अनेकों आरोप लगाए गए हैं, हम सभी आरोपों को सुनेंगे। सू की ने कहा कि मामले के दोषियों की पहचान की जाएगी और उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।
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