Hong Kong Protest: चीन ने पश्चिमी देशों को चेताया, कहा- हमारे मसले पर कुछ नहीं कर सकते
चीनी विरोधी और समर्थकों में टकराव की आशंका महानगर के कोवलून बे इलाके में स्थित प्रशासनिक क्षेत्र में पैदा हो गई। यहां पर पुलिस ने सक्रियता बरतते हुए दोनों पक्षों को दूर किया।
हांगकांग, एजेंसी। हांगकांग में अब चीन विरोधी और चीन समर्थक आमने-सामने हैं। टकराव टालने के लिए शनिवार को पुलिस को कई स्थानों पर बेंत चलाने पड़े। चीन समर्थक जहां पुलिस का समर्थन करने के नारे लगा रहे हैं, वहीं लोकतंत्र की मांग करने वाले चीन से आजादी की मांग कर रहे हैं। इस बीच चीन ने कहा है कि हांगकांग के मामले में पश्चिमी देश कुछ नहीं कर सकते, वे हालात को बिगाड़ने के लिए केवल बयानबाजी कर सकते हैं।
दोनों पक्षों के टकराव की आशंका महानगर के कोवलून बे इलाके में स्थित प्रशासनिक क्षेत्र में पैदा हुई। यहां पर पुलिस ने सक्रियता बरतते हुए दोनों पक्षों को दूर किया। यहां से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार की अशांति पिछले दिनों से कुछ अलग थी। पहले लोकतंत्र की मांग करने वाले प्रदर्शन करते थे और उनके निशाने पर चीन की सत्ता प्रदर्शित करने वाले स्थान होते थे। तब उनका टकराव पुलिस से होता था। लेकिन अब उनका टकराव चीन समर्थक प्रदर्शनकारियों से भी हो रहा है।
पुलिस ने किया तितर-बितर
चीन समर्थक झंडे लेकर मॉल और अन्य प्रमुख स्थानों पर एकत्रित हो रहे हैं। शनिवार को तिन शुई वे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए तो उनका जवाब देने के लिए सरकार समर्थक भी एकत्रित होने लगे। इसके बाद पुलिस ने हरकत में आकर दोनों पक्षों को तितर-बितर किया।
यहां मौजूद मैंडी (26) ने कहा, सरकार हमारी सभी पांच मांगों को माने, तभी हम आंदोलन खत्म करेंगे। सरकार हमें किसी भी तरह से पीछे नहीं धकेल सकती। हम फिर एकजुट होंगे और आगे आएंगे। हम हांगकांग की आजादी की मांग जारी रखेंगे।
तीन महीने से ज्यादा चल रहा आंदोलन
पांच मांगों में से प्रत्यर्पण संधि का प्रस्ताव वापस लेने की मांग सरकार मान चुकी है, बाकी पर उसने कुछ नहीं कहा है। हांगकांग को लोकतांत्रिक अधिकार देने पर चीन कतई तैयार नहीं है। हांगकांग में नागरिक अधिकार को लेकर तीन महीने से ज्यादा से आंदोलन चल रहा है। लेकिन इसके पीछे जीवन उपयोगी सुविधाओं के निरंतर महंगा होने और रोजगार के कम होने के कारण भी हैं।
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