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कोलंबो में एक और धमाका, अबतक 290 मौतें, सात आत्मघाती हमलावरों ने धमाकों को दिया था अंजाम

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक और धमाका हुआ है। बताया जाता है कि यह विस्‍फोट एक बम को डिफ्यूज करने के दौरान हुआ।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 04:36 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 05:35 PM (IST)
कोलंबो में एक और धमाका, अबतक 290 मौतें, सात आत्मघाती हमलावरों ने धमाकों को दिया था अंजाम
कोलंबो में एक और धमाका, अबतक 290 मौतें, सात आत्मघाती हमलावरों ने धमाकों को दिया था अंजाम

कोलंबो, एजेंसी। Sri Lanka Serial Blasts सिलसिलेवार बम धमाकों का दर्द झेल रहे श्रीलंका में अभी भी हालात सामान्य होने का नाम नहीं ले रहें। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक और धमाका हुआ है। बताया जाता है कि यह विस्‍फोट एक बम को डिफ्यूज करने के दौरान हुआ। अभी तक इस धमाके में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं। यह धमाका वैन में एक चर्च के नजदीक हुआ है।

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बता दें कि श्रीलंका में कल ईसाइयों के पर्व ईस्टर के मौके पर विभिन्न चर्च और पांच सितारा होटलों को निशाना बनाकर किए गए एक के बाद एक आठ धमाके हुए जिसमें मरने वालों का आंकड़ा 290 पहुंच गया है, जबकि 500 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में 27 विदेशी हैं, जिसमें सात भारतीय शामिल हैं। अभी तक इन हमलों की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस ने इस सिलसिले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। सरकारी विश्लेषक विभाग ने दावा किया है कि इन सिलसिलेवार बम धमाकों को सात आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया था। 

बताया जाता है कि श्रीलंका के पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले ही इनपुट दिया था कि देश में बम धमाकों के जरिए बड़े हमले हो सकते हैं। अलर्ट में कहा गया था कि फिदायीन हमलावर देश के प्रमुख चर्चों को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। खुफिया रिपोर्ट की मानें तो कोलंबो में भारतीय उच्चायोग भी हमलावरों के निशाने पर था। इन हमलों के पीछे एक मुस्लिम संगठन नेशनल तोहिद जमात का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है।

श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री सेनारत्ने ने कहा है कि देश की खुफिया एजेंसियों इन हमलों को लेकर बीते 04 अप्रैल को ही आगाह किया था। यहां तक कि राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख ने भी पुलिस महानिरीक्षक को इन हमलों की बाबत बीते 09 अप्रैल को सजग किया था। इसके बावजूद सुरक्षा के कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। सेनारत्ने ने इस सुरक्षा चूक के लिए पुलिस प्रमुख से इस्‍तीफे की मांग की है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए कि खुफ‍िया इनपुट को गंभीरता से क्‍यों नहीं लिया गया। 


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