भारत ने UNSC में उठाया सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का मुद्दा
Chemical Weapons use in Syria संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि आतंकी संगठन और आतंकियों के पास रासायनिक हथियारों पहुंचने से सिर्फ भारत ही नहीं पूरे विश्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोप पर भारत ने कहा है कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से बचा जाना चाहिए। राजनीति से न तो कोई सहायता मिलेगी और न ही कोई हल निकलेगा। बेहतर होगा कि मामले में सभी संबंधित पक्षों से वार्ता कर समाधान निकाला जाए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीरिया में रासायनिक हथियारों के मामले पर बैठक में भारत के स्थानीय प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यह बात कही।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) से कहा कि सीरिया में आतंकवादी दशकों से चले आ रहे संघर्ष का फायदा उठा रहे हैं और अपने को मजबूत कर रहे हैं। इससे पूरे क्षेत्र में खतरा बना हुआ है। यहां रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के मामले में स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि भारत का हमेशा से यह कहना है कि निष्पक्ष रूप से और किसी नतीजे तक पहुंचने वाली जांच की जाए। सभी संबंधित पक्षों के साथ बिना राजनीति के गंभीरता से वार्ता होनी चाहिए।
स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि भारत ने हमेशा से ही इस तरह से हथियारों के आतंकवादियों के हाथों में जाने को लेकर चिंता व्यक्त की है। विश्व को इन आतंकवादियों के खिलाफ अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं होने देना चाहिए। भारत ने सदैव रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के प्रयोग करने का विरोध किया है। हम रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि आतंकी संगठन और आतंकियों के पास रासायनिक हथियारों पहुंचने से सिर्फ भारत ही नहीं, पूरे विश्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि आतंकी संगठन सीरिया में सदियों से चले आ रहे चल रहे संघर्ष का फायदा उठा रहे हैं। इससे वे पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गए हैं। ऐसे में हम उनके खिलाफ लड़ाई को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा सीरिया संघर्ष का व्यापक और शांतिपूर्ण हल निकालने के पक्ष में रहा है। समस्या का समाधान सीरिया के नेतृत्व में बातचीत और वहां के लोगों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत कहीं भी, किसी भी समय, किसी के द्वारा और किसी भी हालात में रासायनिक हथियारों के उपयोग का मजबूती से विरोध करता है। इसी साल भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना है और एक जनवरी से अपना कार्यकाल शुरू किया है। भारत का कार्यकाल दो साल तक रहेगा।