Democracy in Haiti: म्यांमार के बाद दुनिया के पहले ब्लैक रिपब्लिक हैती में तख्तापलट की हुई थी साजिश, जानें कुछ अनछुए पहलू
राष्ट्रपति ने कहा था कि देश में तख्तापलट की योजना चल रही है। राष्ट्रपति जोवेनेल ने दावा किया था कि इस साजिश में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश करने के आरोप हैं और ये सभी लोग उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
पोर्ट ऑ प्रिंस, एजेंसी। म्यांमार के बाद फरवरी, 2021 में एक और देश हैती में तख्तापलट की साजिश हुई थी। यहां के राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे ने यह दावा किया था। उस वक्त पुलिस ने 20 से अधिक ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि मेरी हत्या की साजिश रची जा रही है। राष्ट्रपति ने कहा था कि देश में तख्तापलट की योजना चल रही है। राष्ट्रपति जोवेनेल ने दावा किया था कि इस साजिश में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश करने के आरोप हैं और ये सभी लोग उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। खास बात यह है कि गिरफ्तार लोगों में सुप्रीम कोर्ट के एक जज भी शामिल हैं, जिन्हें विपक्षी नेताओं का समर्थन प्राप्त है।
राष्ट्रपति जोवेनल मोइस की उनके आवास पर हत्या
बता दें कि कैरेबियाई राष्ट्र हैती के राष्ट्रपति जोवेनेल मौसे की उनके आवास पर हत्या कर दी गई है। हैती की प्रथम महिला पर भी हमला किया गया है, लेकिन वह सुरक्षित हैं। राष्ट्रपति जोवेनल ने फरवरी, 2021 में यह आशंका जाहिर की थी कि हैती में सैन्य तख्तापलट की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा था कि म्यांमार के बाद एक और देश में तख्तापलट की साजिश हो रही है।
पुलिस प्रमुख पर राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने की साजिश का आरोप
उस वक्त जस्टिस मिनिस्टर रॉकफेलर विंसेंट ने पुलिस मुखिया पर आरोप लगाया था कि वह राष्ट्रपति को गिरफ्तार करने की कथित साजिश को लेकर नेशनल पैलेस के उच्च रैंकिंग वाले सुरक्षा अधिकारियों के संपर्क में हैं। वहीं हैती के शीर्ष विपक्षी नेताओं में से एक आंद्रे मिशेल ने राष्ट्रपति जोवेनल को गिरफ्तार करने की मांग की और डाबरेजिल की गिरफ्तारी को अवैध करार दिया।
जोवेनल ने कहा था, मैं तानाशाह बनने के रास्ते पर नहीं हूं
उस वक्त राष्ट्रपति जोवेनल ने देश के समक्ष कहा था कि मैं तानाशाह बनने के रास्ते पर नहीं हू। उन्होंने कहा कि न ही मैं एक तानाशाह हूं, तानाशाह ऐसे लोग हैं जो सत्ता छोड़ते नहीं हैं और यह नहीं जानते कि कि उनकी विदाई कब हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है कि मेरा जनादेश 7 फरवरी, 2022 को समाप्त होगा, इसके बाद मैं सत्ता छोड़ दूंगा।
राष्ट्रपति जोवेनल को मिला था बाइडन का समर्थन
राष्ट्रपति जोवेनेल को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन का भी समर्थन प्राप्त था। उस वक्त अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा था कि अमेरिका हैती से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव आयोजित करने का आग्रह करता है, जब तक नया राष्ट्रपति निर्वाचित नहीं होता है, तब तक मोसे के हाथ में देश की कमान होनी चाहिए।
राष्ट्रपति पर लग चुका है भ्रष्टाचार का आरोप
लंबी राजनीतिक उठापटक के बाद नवंबर, 2016 में यहां चुनाव हुए। चुनावी धांधली की आशंका के कारण विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया था। इस चुनाव में केवल 21 फीसद लोगों ने ही मतदान में हिस्सा लिया था। इस चुनाव में जीतकर फरवरी 2017 में हैती के राष्ट्रपति बने जोवेनल एक साल भी नहीं बीता कि उनका नाम एक भ्रष्टाचार स्कैंडल में आ गया। इसके बाद विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग उठाई। मगर जोवेनल ने इस्तीफा देने से इन्कार कर दिया था।
फ्रांस का गुलाम था हैती, जानें कुछ अनछुए पहलू
- हैती एक जमाने में फ्रांस का गुलाम था। फ्रांसीसी यहां की ब्लैक आबादी से गन्ने के खेतों में गुलामी खटवाते और मुनाफा कमाते थे। अपनी दुर्दशा से बौखलाए ब्लैक्स ने विद्रोह कर दिया।
- उन्होंने नेपोलियन की भेजी सेना को हरा दिया। इस विजय के बाद 1804 में हैती एक आजाद मुल्क हो गया। हैती दुनिया का पहला ब्लैक रिपब्लिक है। हालांकि, हैती को यह आजादी काफी महंगी पड़ी।
- फ्रांस ने गुलाम हाथ से निकलने के कारण हुए अपने नुकसान का हर्जाना मांगा। एक गरीब हैती के लिए यह एक बड़ा कर्ज था। आज की रकम के हिसाब से इसकी वैल्यू करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये है। इस रकम को इंडिपेंडेंस डेब्ट कहा जाता है यानी यह आजादी का कर्जा। हैती लंबे समय तक कर्जा भरता रहा है। तब भी पूरा नहीं दे पाया। इस रकम को चुकाने के चक्कर में हैती कंगाल हो गया।
- वहां की नींव में ही गरीबी लिख गई। इसके अलावा तानाशाही, राजनीतिक अस्थिरता और प्राकृतिक आपदाओं ने ये सारी स्थितियां क्राइम के लिए बहुत मुफीद हैं। ऐसे में हैती के भीतर कई हिंसक गैंग्स बन गए। इनमें से ही एक था बेस डेलमास 6 गैंग्स। इस गैंग का सरगना है जिमी चेरिज़ियर, जिसे हेती के लोग बारबिक्यू के नाम से बुलाते हैं।