अफगानिस्तान सरकार ने वचन निभाया, तीन तालिबानियों को जेल से रिहा किया
प्रेस वार्ता में गनी ने कहा कि वर्ष 2016 में अगवा किए गए दो पश्चिमी प्रोफेसरों को मुक्त करने के एवज में तीन तालिबान कैदियों की रिहाई की गई है।
काबुल, एजेंसी । तीन तालिबान कैदियों को अफगानिस्तान सरकार ने सशर्त रिहा कर दिया है। अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मंगलवार को घोषणा की तीन तालिबान कैदियों को रिहा किया गया है। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में अगवा किए गए दो पश्चिमी प्रोफेसरों को मुक्त करने के एवज में तीन तालिबान कैदियों की रिहाई की गई है।
राष्ट्रपति गनी ने राष्ट्रपति भवन में अपनी एक घोषणा में कहा कि हमने तीन तालिबानी कैदियों को सशर्त रिहा करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन तालिबानियों विद्रोहियों को अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों की मदद से देश के बाहर से गिरफ्तार किया गया था। इन तालिबान विद्रोहियों को कुछ समय के लिए अफगान सरकार की हिरासत में बगराम जेल में रखा गया था।
जून, 2019 में अफगानिस्तान सरकार ने 200 से अधिक तालिबानी कैदियों को रिहा करने का फैसला किया था। अफगान के पुल-ए-चरखी जेल से 170 कैदियों को रिहा करने का ऐलान किया था। बीते दो दशकों से देश में जारी गृह युद्ध के बीच चल रही शांति वार्ता के दौरान यह सबसे अहम फैसला माना गया था।
अफगान सरकार ने कहा था कि रिहा किए गए कैदियों को आतंकी संगठन तालिबान से रिश्ता रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। राष्ट्रपति ने गत मई महीने में इन कैदियों को रिहा करने की सार्वजनिक घोषणा की थी। बता दें कि तालिबान से शांतिपूर्ण संबंधों के लिए अफगानिस्तान सरकार ने अफगान ग्रांड काउंसिल बुलाई थी। इस काउंसिल में तालिबानी कैदियों को रिहा करने पर सहमति बनी थी। बदले में तालिबान देश में शांति स्थापना पर सहमत हुआ था।