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अफगानिस्तान ने अनिश्चिकाल के लिए टाली तालिबान कैदियों की रिहाई, खटाई में पड़ा अमेरिका-तालिबान समझौता

अफगान सरकार के इस फैसले से अमेरिका और तालिबान के बीच हुआ शांति समझौता खटाई में पड़ता दिख रहा है। कैदियों की रिहाई शनिवार से शुरू होनी थी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 16 Mar 2020 07:44 PM (IST)Updated: Mon, 16 Mar 2020 07:49 PM (IST)
अफगानिस्तान ने अनिश्चिकाल के लिए टाली तालिबान कैदियों की रिहाई, खटाई में पड़ा अमेरिका-तालिबान समझौता
अफगानिस्तान ने अनिश्चिकाल के लिए टाली तालिबान कैदियों की रिहाई, खटाई में पड़ा अमेरिका-तालिबान समझौता

काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान की सरकार ने पांच हजार तालिबान कैदियों की रिहाई अनिश्चितकाल के लिए टाल दी है। सरकार ने यह निर्णय आतंकी संगठन के यह गारंटी देने में विफल रहने के बाद लिया कि उसके लड़ाके फिर हथियार नहीं उठाएंगे। अफगान सरकार के इस फैसले से अमेरिका और तालिबान के बीच हुआ शांति समझौता खटाई में पड़ता दिख रहा है। कैदियों की रिहाई शनिवार से शुरू होनी थी।

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तालिबान ने नहीं दिखाई शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता

देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जावीद फैजल ने रविवार को कहा, हम रिहा किए जाने वाले कैदियों की सूची तैयार कर रहे हैं, लेकिन इसे पूरा होने में कितना समय लगेगा, यह फिलहाल नहीं कहा जा सकता। हम शांति को बढ़ावा देने के लिए इन कैदियों को रिहा करना चाहते हैं ताकि वे फिर से युद्ध में नहीं लौटें। लेकिन तालिबान ने अब तक ना तो शांति के प्रति अपनी कोई प्रतिबद्धता जताई है और ना ही बातचीत में कोई रुचि दिखाई है।

उधर, कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया में देरी से पता चलता है कि अफगान सरकार जानबूझकर वार्ता में देरी कर रही है।

सौ- सौ के समूह में रिहा किए जाने हैं तालिबान कैदी

बता दें कि 11 मार्च को राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा था कि 100-100 के समूह में तालिबान कैदियों को रिहा किया जाएगा। शुरुआत में सदभावना के तौर पर 1500 कैदी रिहा किए जाएंगे और बाद में दो सप्ताह में 3500 कैदियों को रिहा किया जाएगा। लेकिन ऐसा हिंसा में कमी आने के बाद किया जाएगा। इस प्रस्ताव को उसी समय तालिबान ने स्वीकार करने से इन्कार कर दिया था।


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