अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव में दूसरे चरण की आ सकती है नौबत, जानें इसके पीछे की वजह
अफगानिस्तान में राष्ट्रपति अशरफ गनी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। देश के चुनाव शिकायत आयोग की मानें तो देश में दूसरे चरण का चुनाव भी हो सकता है। जाने इसके पीछे की वजह..
काबुल, रायटर। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को घोषित प्रारंभिक नतीजों में भले ही अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हों, लेकिन उनकी मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। अफगानिस्तान के चुनाव शिकायत आयोग ने सोमवार को कहा कि उसे बहुत सी शिकायतें मिली हैं जिनकी वह समीक्षा कर रहा है। माना जा रहा है कि अगर शिकायत आयोग द्वारा की जा रही समीक्षा में गनी के वोटों का प्रतिशत 50 फीसद से कम हुआ तो दो शीर्ष दावेदारों (गनी और अब्दुल्ला-अब्दुल्ला) के बीच फिर से मुकाबला हो सकता है।
मतदान के करीब तीन माह बाद रविवार को घोषित राष्ट्रपति चुनाव के प्रारंभिक नतीजों में गनी को 50.64 फीसद मत मिले थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला-अब्दुल्ला को 39.52 फीसद वोट मिले थे। चुनाव शिकायत आयोग के उप प्रमुख दीन मुहम्मद आजमी ने कहा, इस बात की बहुत संभावना है कि दूसरे चरण का चुनाव हो। शिकायतों और आपत्तियों की गहन समीक्षा की जरूरत है। इसमें पांच सप्ताह लग सकते हैं।
गनी ने स्वतंत्र चुनाव आयोग (आइईसी) के निर्णय का स्वागत किया है। लेकिन अब्दुल्ला-अब्दुल्ला ने पूरे चुनाव की समीक्षा की मांग की है। अब्दुल्ला ने रविवार को कहा था, इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर वैध मतों की गिनती की जाए तो मेरी ही जीत होगी। वर्तमान स्थिति 2014 की याद दिलाती है जब गनी और अब्दुल्ला ने एक-दूसरे पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। बाद में अमेरिका ने सुलह का रास्ता निकालते हुए गनी को राष्ट्रपति बनाया और अब्दुल्ला-अब्दुल्ला को मुख्य कार्यकारी नियुक्त किया गया।