अफगान सिक्योरिटी फोर्स के सैन्य बल में कमी से देश की सुरक्षा में गिरावट
एक सप्ताह पहले रजिस्ट्रेशन सेंटर में विस्फोट और अब एक नहीं दो-दो विस्फोट वह भी काबुल स्थित खुफिया एजेंसी के पास... अफगान की सुरक्षा में गिरावट को दिखा रहा है।
वाशिंगटन (रॉयटर्स)। अफगानिस्तान पर अमेरिका सरकार के शीर्ष वॉचडॉग ने जानकारी दी कि पिछले साल की तुलना में अफगान सुरक्षाबलों में करीब 11 फीसद की कमी आयी है। इस कठिनाई का संकेत मिलने के बाद काबुल को अपनी अनिश्चित सुरक्षा स्थिति से निपटना होगा। सोमवार को दो विस्फोटों में सात पत्रकारों समेत करीब 29 लोगों की मौत हो गयी।
इससे पहले वोटर रजिस्ट्रेशन सेंटर में हमले के दौरान 60 लोगों की मौत हो गयी थी। मंगलवार को रिलीज हुए एक रिपोर्ट में स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल फॉर अफगानिस्तान रिकंस्ट्रक्शन (SIGAR ) ने बताया कि अफगान डिफेंस ओर सिक्योरिटी फोर्स (ANDSF) में सैनिकों की कुल संख्या जनवरी में 296,400 थी। 2017 की तुलना में अभी 10.6 फीसद की कमी है। ANDSF की अधिकृत संख्या 334,000 सेनाओं की है। सिगार प्रमुख जॉन स्पोको ने बताया, ‘अफगान फोर्स का निर्माण अमेरिका और हमारे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के लिए शीर्ष प्राथमिकता पर है।‘ बता दें कि एक हजार और अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान की आर्मी को मदद देने और प्रशिक्षण मुहैया कराने के लिए भेजा गया है। साथ ही कमांडरों को आतंकियों के खिलाफ हवाई हमले करने का अधिकार दे दिया गया।
अफगानिस्तान में अगला लक्ष्य पूछे जाने पर अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा कि वे अधिक सक्षम अफगान सैन्यबल चाहते हैं ताकि हिंसा का स्त”र कम हो जाए। सोमवार को हुए हमलों के बारे में उन्होंने कहा, यह उन लोगों के लिए सामान्य बात है जो चुनाव नहीं जीत सकते तो बम विस्फोटों में कार्रवाई करते हैं।
निजी तौर पर अमेरिकी अधिकारी अधिक चौकस रहे हैं। नाम छिपाने की शर्त पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि व्यापक अमेरिकी प्रशिक्षण और समर्थन के बावजूद, 2001 में अमेरिका के घुसपैठ के बाद आतंकियों द्वारा छोड़े गए क्षेत्रों पर वापस तालिबान के अधिकार में जाने से रोकने में अफगान सैनिक असफल रहे।
वाशिंगटन में विल्सन सेंटर थिंक टैंक के माइकल कुगेलमैन ने कहा, ‘दशकों पहले की तुलना में अफगान सैन्य बल की ताकत बढ़ी है, वे बड़े तरीके से संघर्ष कर रहे हैं। कुल मिलाकर यह अमेरिकी नीति की असफलता है।‘ SIGAR ने रिपोर्ट में जोड़ा है कि जनवरी 2018 में अफगान सरकार द्वारा नियंत्रित जनसंख्या में 65 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है जो अक्टूबर की तुलना में 1 फीसद अधिक है।