अफगानी जेल को सुरक्षाबलों ने फिर कब्जे में लिया, 18 घंटे तक चली मुठभेड़ में 10 आतंकी ढ़ेर
इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने कार बम विस्फोट से जेल का मुख्य प्रवेश द्वार उड़ा दिया था और अंदर जा घुसे थे।
जलालाबाद, एजेंसी। अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने जलालाबाद की जेल को दोबारा अपने कब्जे में ले लिया है। करीब 18 घंटे तक चली मुठभेड़ में 10 आतंकियों समेत 39 लोग मारे गए हैं। हमले के बाद जेल से करीब चार सौ आतंकी भाग निकले हैं। आइएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस जेल में बड़ी संख्या में आइएस के आतंकियों को रखा गया है।
रविवार की शाम इस्लामिक स्टेट (आइएस) आतंकियों ने कार बम विस्फोट से जेल का मुख्य प्रवेश द्वार उड़ा दिया था और अंदर जा घुसे थे। आतंकियों ने निगरानी टॉवर समेत अहम ठिकानों पर कब्जा कर अंधाधुंध फायरिग शुरू कर दी थी।
गवर्नर के प्रवक्ता के मुताबिक, इस फायरिग में 29 जानें चली गईं और 50 लोग घायल हो गए। मृतकों में आम लोग, कैदी, सुरक्षागार्ड और सुरक्षाबल के जवान शामिल हैं। बाद में सुरक्षा बलों ने 10 आतंकियों को मार गिराया। हालात पर काबू पाने के लिए विशेषष दस्ते को बुलाना पड़ा। जेल परिसर में मची अफरा-तफरी के बीच बड़ी संख्या में कैदी भाग निकले। इनमें से 1,025 पकड़े गए। 400 से अधिक कैदी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं।
अफगान रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को दोपहर बाद जेल पर काबू पाया जा सका। हमले की जिम्मेदारी आइएस खुरासन ने ली है। हमले की वजह फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसे बदले की कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। एक दिन पहले ही आइएस के शीषर्ष कमांडर असदुल्ला ओरकजई को अफगान सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। तालिबान के राजनीतिक प्रवक्ता सुहैल शाहिन ने कहा कि इस वारदात से उनके संगठन का कोई वास्ता नहीं है।
इस घटना के बाद अफगानिस्तान को लेकर अमेरिका और नाटो सेना के सामने नई चुनौती खड़ी हो सकती है। दरअसल, फरवरी में तालिबान के साथ शांति समझौते के बाद अमेरिका यहां अपने सैनिकों की संख्या में कटौती शुरू कर चुका है।