भूकंप के झटकों से फिर दहला कैलिफोर्निया, रिक्टर स्केल पर 5.6 तीव्रता रिकॉर्ड
शनिवार को उत्तरी कैलिफॉर्निया में बसे एक छोटे से शहर पेट्रोलिया में 5.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र धरती से 9.4 किलोमीटर बताया जा रहा है।
पैट्रोलिया, एएनआइ। उत्तर कैलिफोर्निया के पैट्रोलिया (Petrolia) में शनिवार को 5.6 तीव्रता के भुकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप का केंद्र जमीन से 9.4 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है। फिलहाल भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। बता दें कि पैट्रोलिया एक छोटा सा शहर है जिसकी अनुमानित आबादी कुछ सौ लोगों की है। 407 किलोमीटर के क्षेत्र में बसे इस शहर में अक्सर भूंकप के झटकों की खबर सुनने में आती रहती हैं।
जानें क्यों आते हैं भूकंप?
पृथ्वी बारह टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा के रूप में है। ये प्लेटें लावे पर तैर रही होती हैं। इनके टकराने से ही भूकंप आते हैं। टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं और खिसकती भी हैं। हर साल ये प्लेट्स करीब 4 से 5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। इस क्रम में कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। जिनकी वजह से भूकंप आते हैं।
यहां पर बता दें कि दिल्ली जोन-4 में आता है, जबकि मुंबई और कोलकाता जोन-3 में है। यह अलग बात है कि अब तक देश के प्रमुख शहरों में शुमार दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है। दिल्ली भूकंप जोन-4 में स्थित है, ऐसे में यहां पर भूकंप आने की ज्यादा संभावना है। एतिहासिक संकेतों के मुताबिक एक भयानक भूकंप कभी भी आ सकता है। यह सबक बिहार में 1934 और असम में 1950 में आए भूकंप से मिलता है। भू वैज्ञानिकों के मुताबिक, 1950 के असम के भूकंप ने हिमालय में एक बड़े भूकंप की जमीन तैयार कर दी है। इस भूकंप के बाद 65 साल बीत गए हैं और संभव है कि कोई विकराल भूकंप आने ही वाला हो।
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