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प्रशांत महासागर में बसे द्वीपीय देश समाओ में खसरे से 50 बच्‍चों की मौत, आपातकाल की घोषणा

सरकार ने बताया कि पिछले आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से 2400 मामले दर्ज किए गए थे। इस बीमारी से 32 लोगों की मौत हुई थी। इस आपदा को देखते हुए सरकार देश में आपात काल की घोषणा की है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 09:53 AM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 09:53 AM (IST)
प्रशांत महासागर में बसे द्वीपीय देश समाओ में खसरे से 50 बच्‍चों की मौत, आपातकाल की घोषणा
प्रशांत महासागर में बसे द्वीपीय देश समाओ में खसरे से 50 बच्‍चों की मौत, आपातकाल की घोषणा

मास्‍को,  एजेंसी । प्रशांत महासागर में बसे द्वीपीय देश समाओ में खसरे की महामारी से मरने वालों की संख्‍या 50 हो गई है। अब तक इस बीमारी से तीन हजार से ऊपर के मामले दर्ज किया जा चुके हैं। सरकार ने बताया कि पिछले आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से 2400 मामले दर्ज किए गए थे। इस बीमारी से 32 लोगों की मौत हुई थी। इस आपदा को देखते हुए सरकार ने देश में आपात काल की घोषणा कर दी है। एहतियात के तौर पर क्रिसमस पर्व को देखते हुए सभी गिरजाघरों को बंद कर दिया गया है। 

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इस बीच सरकार ने कहा कि यह महामारी देश में तेजी से पांव फैला रही है। खसरा से मरने वालों में ज्यादातर शिशु हैं। इनमें 12 महीने से कम उम्र के 23 बच्चे और 1 से 4 साल की उम्र के 25 बच्चे शामिल हैं। समोआ ने पिछले महीने देश में आपातकाल की घोषणा की जो अब तक जारी है। उधर, समाओ की सरकार ने ट्विटर पर बताया कि खसरे की महामारी फैलने के बाद अब तक 2936 मामले सामने आए हैं। 

श्रीलंका में तीन वर्षों से खसरा का कोई रोगी नहीं मिला 

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने भारत के पड़ोसी मुल्‍क श्रीलंका को खसरा मुक्‍त घोषित कर दिया है। श्रीलंका में पिछले तीन सालों में खसरा का एक केस सामने नहीं आया है। संगठन ने श्रीलंका खसरा मुक्‍त देश बनाने की घोषणा की है। भूटान और मालदीव भी खसरा मुक्‍त देशों की सूची में शामिल है। भारत ने 2020 तक खसरा और रूबेला मुक्त होने का लक्ष्‍य रखा है। हाल ही में जारी खसरा और रूबेला रिपोर्ट बताती है कि भारत में 2018 में 56 हजार 399 खसरे के मामले और 1 हजार 66 रूबेला के मामले दर्ज हुए। 

खसरा वायरल से फैलने वाली बीमारी

खसरा एक बेहद संक्रामक वायरल बीमारी है। यह बहुत आसानी से दूसरे व्‍यक्ति को प्रभावित कर देते हैं। खसरा संक्रामक बीमारी इस वजह से भी है, क्योंकि अगर कोई खसरा पीड़ित व्यक्ति खांसे या छींके तो हवा में खसरा का वायरल दो घंटे तक मौजूद रहता है। इसके वायरल सांस के जरिए व्‍यक्ति के अंदर प्रवेश कर जाते हैं।


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