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चीन के 28 लड़ाकू विमानों ने फिर ताइवान के एयरस्पेस में भरी उड़ान, जी-7 देशों ने क्षेत्र में शांति पर की थी चर्च

ताइवान ने हाल के महीनों में द्वीप के पास चीन की वायु सेना द्वारा दोहराए गए मिशनों की शिकायत की है जो ताइवान-नियंत्रित प्रतास द्वीप समूह के पास इसके वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी भाग में केंद्रित है। ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ता जा रहा है।

By Neel RajputEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 09:26 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 09:26 AM (IST)
चीन के 28 लड़ाकू विमानों ने फिर ताइवान के एयरस्पेस में भरी उड़ान, जी-7 देशों ने क्षेत्र में शांति पर की थी चर्च
जी-7 देशों ने ताइवान के मुद्दे पर चीन को लिया निशाने पर

ताइपे, एएनआइ। मंगलवार को चीनी एयरफोर्स के तकरीबन 28 विमान ताइवान के एयर डिफेंस आइडेन्टिफिकेशन जोन (AIDZ) में घुस आए। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन ने देश में 28 लड़ाकू विमान भेजे हैं। मंगलवार को अब तक सबसे ज्यादा संख्या में एक ही दिन में ऐसे विमान चीन ने भेजे हैं। मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल से पेइचिंग के लड़ाकू विमान हर दिन देश की तरफ उड़ान भर रहे हैं, लेकिन कल सबसे अधिक संख्या में विमानों ने उड़ान भरी।

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इस मुद्दे पर अभी तक बीजिंग की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। यह ऐसे समय पर हुआ है जब हाल ही में जी-7 देशों ने ताइवान के मुद्दे पर चीन को निशाने पर लिया था। जी-7 देशों ने एक संयुक्त बयान जारी कर ताइवान जलडमरूमध्य मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आह्वान किया था। उधर, दो दिन पहले अमेरिका ने भी चीन से ताइवान के खिलाफ दबाव खत्म करने का आह्वान किया था और जलडमरूमध्य समस्या का शांतिपूर्ण समाधान करने को कहा था।

ताइवान ने हाल के महीनों में द्वीप के पास चीन की वायु सेना द्वारा दोहराए गए मिशनों की शिकायत की है, जो ताइवान-नियंत्रित प्रतास द्वीप समूह के पास इसके वायु रक्षा क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिमी भाग में केंद्रित है। ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ता जा रहा है। ताइपे के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में लगभग दैनिक घुसपैठ के साथ, चीन ने ताइवान के खिलाफ राजनीतिक दबाव और सैन्य खतरों को बढ़ा दिया है। दूसरी ओर, ताइपे ने अमेरिका सहित लोकतंत्रों के साथ रणनीतिक संबंधों को बढ़ाकर चीनी आक्रामकता का मुकाबला किया है, जिसका बीजिंग द्वारा बार-बार विरोध किया गया है।


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