यमन पर सऊदी का हवाई हमला: 10 दिन में 136 लोगों की गई जान
पिछले 10 दिन में यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व की गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे हवाई हमलों में करीब 136 नागरिकों की मौत हो गई है।
जेनेवा (एएनआइ)। पिछले 10 दिन में यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व की गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे हवाई हमलों में करीब 136 नागरिकों की मौत हो गई है। मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त कार्यालय की ओर से यह कहा गया है। संयुक्त राष्ट्र ने सऊदी अरब के नेतृत्व की गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे तेज हवाई हमलों पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता रूपर्ट कोलविले ने बताया, 'हम यमन में हाल ही में हवाई हमलों में मृतकों की संख्या बढ़ने पर चिंतित हैं।'
बता दें कि 4 दिसंबर को साना में पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह की हत्या के बाद से देश में हिंसा का माहौल बना हुआ है। कोलविले ने कहा, ' 6-16 दिसंबर तक की अवधि में साना, सादा, अल हुदायदा और टाईज़ के प्रशासनिक में हुए हवाई हमलों के परिणाम स्वरूप 136 नागरिक और गैर-लड़ाकों की मौत हो गई और कुछ 87 घायल हुए।'
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को साना जिले के शाउब में एक जेल पर सात हवाई हमले किए गए, जिसमें 45 विचाराधीन कैदियों की मौत हो गई। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, मार्च 2015 से यमन में कुल 5558 नागरिक मारे गए और 9,065 अन्य घायल हो हुए हैं।
जानिए, क्यों यमन पर सऊदी कर रहा हवाई हमले
यमन में मुख्य लड़ाई पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह के प्रति वफादार सैनिकों और शिया हूती विद्रोहियों के बीच है। फरवरी में हादी को राजधानी साना छोड़कर जाना पड़ा था। हादी पिछले काफी वक्त से सऊदी अरब में रह रहे हैं। हूती विद्रोही यमन में उत्तरी इलाके के शिया मुसलमान हैं, जिन्होंने देश के एक बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर रखा है जिनमें राजधानी सना भी शामिल है। विद्रोहियों ने पूरी सरकार को निर्वासन में जाने पर मजबूर कर दिया है। विद्रोहियों का आरोप है कि सरकार में भ्रष्टाचार है। यमन सरकार को सऊदी अरब तथा सहयोगी देशों का समर्थन प्राप्त है। यमन की निर्वासित सरकार को फिलहाल सऊदी अरब ने शरण दे रखी है।
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