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US - Iran Tension: सऊदी अरब के तेल टैंकरों पर हमला, खाड़ी क्षेत्र में बिगड़ सकते हैं हालात

अमेरिका और ईरान में बढ़े तनाव के बीच सऊदी अरब के तेल टैंकरों पर हमला हुआ है। इसके बाद खाड़ी देशों में तनाव बढ़ गया है और तेल मूल्य बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 08:34 PM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 08:34 PM (IST)
US - Iran Tension: सऊदी अरब के तेल टैंकरों पर हमला, खाड़ी क्षेत्र में बिगड़ सकते हैं हालात
US - Iran Tension: सऊदी अरब के तेल टैंकरों पर हमला, खाड़ी क्षेत्र में बिगड़ सकते हैं हालात

फुजैरा, एएफपी/रायटर। अमेरिका और ईरान (US - Iran Tension) में बढ़े तनाव के बीच सऊदी अरब के तेल टैंकरों पर हमला हुआ है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की जल सीमा में चार तेल टैंकरों पर हुए हमले के बाद खाड़ी देशों में तनाव बढ़ गया है और तेल मूल्य बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि उसके दो तेल टैंकरों को निशाना बनाया गया है। सऊदी के ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फालिह ने कहा कि दो टैंकरों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन किसी व्यक्ति को चोट नहीं पहुंची और न ही समुद्र में तेल फैला। यूएई ने रविवार को कहा था कि कई देशों के चार वाणिज्यिक जहाजों को फुजैरा शहर के पास निशाना बनाया गया।

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अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने अपनी मास्को की प्रस्तावित यात्रा रद कर दी और ईरान के बारे में यूरोपीय अधिकारियों से चर्चा के लिए ब्रुसेल्स रवाना हो गए। ब्रिटेन ने अमेरिका और ईरान के बीच टकराव बढ़ने की चेतावनी देते हुए कहा है कि इससे खाड़ी क्षेत्र में हालात बिगड़ सकते हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने यूरोपीय यूनियन और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच वार्ता होने तक शांति बनाए रखने की अपील की है। ईरान ने समुद्र में पोतों पर हमले को चिंताजनक बताते हुए जांच की मांग की है। इसके साथ ही तेहरान ने आगाह किया कि समुद्री सुरक्षा को भंग करने के लिए विदेशी प्लेयर्स कोई दुस्साहस कर सकते हैं।

अमेरिका ने पहले ही क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है। यही नहीं, ईरान की ओर से पैदा हुए कथित खतरे का मुकाबला करने के लिए फारस की खाड़ी में अमेरिका बी-52 बमवर्षक विमानों की तैनाती कर रहा है।

गौरतलब है कि फुजैरा पोर्ट यूएई का अकेला ऐसा टर्मिनल है जो अरब सागर के तट पर स्थित है और इस रास्ते से ज्यादातर तेल का निर्यात होता है। फालिह ने बताया कि एक टैंकर सऊदी आयल टर्मिनल से क्रूड आयल लोड करने जा रहे थे, जिसे अमेरिका पहुंचाया जाना था।

अमेरिका ने ईरान से हमले की आशंका जताई थी
सऊदी अरब, इराक, यूएई, कुवैत, कतर और ईरान के भी ज्यादातर तेल का निर्यात हॉर्मूज जलडमरूमध्य से होता है और यह आंकड़ा कम से कम 1.5 करोड़ बैरल्स प्रतिदिन है। अमेरिका ने आगाह किया था कि ईरान क्षेत्र में समुद्री यातायात को निशाना बना सकता है।

खाड़ी सहयोग परिषद ने कहा, क्षेत्र में बढ़ सकता है संघर्ष
छह देशों वाली खाड़ी सहयोग परिषद के महासचिव अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जयानी ने कहा कि ऐसी गैरजिम्मेदाराना हरकतों से क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा और इसका नतीजा संघर्ष के रूप में निकल सकता है।

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