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कहीं हमलों के कारण बंद न हो जाए बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास, मिल रहे संकेत

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बगदाद में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों पर हमले के बाद वाशिंगटन अपना दूतावास बंद करने की सोच रहा है। इस क्रम में विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने इराक के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से बात भी कर ली।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 12:09 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 12:09 PM (IST)
कहीं हमलों के कारण बंद न हो जाए  बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास, मिल रहे संकेत
बगदाद स्थित अमेरिकी दूतावास हो जाएगा बंद

काहिरा, एएनआइ। बगदाद में अमेरिकी  दूतावास को बंद करने की तैयारी चल रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यहां रॉकेट हमले होते रहते हैं इसलिए इसे बंद करने को लेकर अमेरिका तैयारी कर रहा है। इराकी अधिकारी ने रविवार को वॉल स्ट्रीट जरनल को बताया,  'दो-तीन महीने के भीतर दूतावास को बंद करने की बात हमें बताई जा रही है। साथ ही अमेरिकी सैनिकों की वापसी की भी बात है।" 

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न्यूजपेपर के अनुसार, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ( Mike Pompeo) ने यह चेतावनी इराक के राष्ट्रपति ब्राहम सालिह और इराक के प्रधानमंत्री मुस्तफा अल कदीमी (Mustafa al-Kadhimi) को दी है। वहीं प्रधानमंत्री के प्रवक्ता अहमद मुल्ला तलाल (Ahmed Mulla Talal) ने अमेरिका से इस पर पुनर्विचार करने की अपील कर दी है। प्रवक्ता ने कहा, 'कुछ गैरकानूनी समूह दोनों देशों के बीच दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं और अमेरिकी दूतावास बंद हो जाने से चीजें खराब हो जाएंगी ।'

दो इराकी अधिकारियों ने वाल स्ट्रीट जरनल को बताया कि दूतावास को बंद करने के लिए वाशिंगटन शुरुआती कदम उठा चुका है । अमेरिकी सूत्रों के हवाले से अल अरबिया (Al-Arabiya) ने बताया कि अमेरिकी राजनयिक बगदाद में दूतावास पर संभावित हमले से डर गए हैं और उन्हें लग रहा है कि उनके अधिकारियों को बंधक भी बनाया जा सकता है। अल अरबिया के अनुसार पोंपियो ने इराक के प्रधानमंत्री के सामने कुछ शर्तें रखी हैं जिसे पूरा करने के लिए सोमवार तक का समय दिया है। साथ ही ग्रीन जोन में हो रहे नियमित हमलों के प्रति सरकार के रुखे रवैये का जिक्र भी किया है।  

ग्रीन जोन पर रॉकेट हमले होते रहते हैं क्योंकि यहां सरकार के कई बिल्डिंग व विदेशी दूतावास हैं जो बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास ही है और यहीं मिलिट्री एयरफील्ड भी है। जून मध्य में इराकी सेना के संयुक्त कमान ने कहा था कि प्रधान मंत्री मुस्तफा अल कदीमी ने ऐसे हमलों को खत्म करने के लिए स्पेशल कमिटी गठित करने का आदेश दिया था।   


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