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अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद करेगा संयुक्त राष्ट्र, 800 करोड़ डालर की योजनाएं प्रस्तावित

अफ्गानिस्तान की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र करीब आठ सौ करोड़ अमरीकी डालर जारी करने की योजना बना रहा है। ताकि अफगान के गवर्निंग सिस्टम और सामाजिक सेवाओं के पुनर्निर्माण किया जा सके। अफगानों को राहत पहुंचाने के लिए अगले साल तक करीब 350 करोड़ अमरीकी डालर की आवश्यकता होगी।

By Amit SinghEdited By: Published: Sat, 25 Dec 2021 03:22 PM (IST)Updated: Sat, 25 Dec 2021 03:22 PM (IST)
अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद करेगा संयुक्त राष्ट्र, 800 करोड़ डालर की योजनाएं प्रस्तावित
संयुक्त राष्ट्र से 800 करोड़ डालर की योजनाएं प्रस्तावित

वाशिंगटन, एएनआई: भुखमरी की दहलीज पर खड़े अफ्गानिस्तान की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र करीब आठ अरब अमरीकी डालर जारी करने की योजना बना रहा है। ताकि अफगान के गवर्निंग सिस्टम और सामाजिक सेवाओं के पुनर्निर्माण किया जा सके।

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अफगान के कारण पड़ोसी देश चिंतित

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक रमिज अलकबरोव ने कहा, हम अफगानिस्तान की वैकल्पिक सरकार नहीं बनना चाहते हैं। लेकिन इस वक्त सिस्टम का समर्थन करना जरूरी है। क्यों पिछले वर्षों में जो लाभ अर्जित किया गया है, उसका नुकसान ठीक नहीं है। आर्थिक गतिविधियों को पुनर्जीवित करने से भविष्य में कुछ विश्वास पैदा हो सकता है और शरणार्थियों के सामूहिक निकास को रोका जा सकता है। अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों और यूरोप के देशों को डर है कि आर्थिक तबाही लाखों निराश लोगों को उनकी सीमाओं पर तनाव पैदा कर सकती है।

नगद भुगातन कर आर्थिक मदद

अलकबरोव ने कहा कि, अफगान आम लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अगले साल तक करीब 350 करोड़ अमरीकी डालर की आवश्यकता होगी। यह फंडिंग स्कूलों और अस्पतालों को चालू रखेगी और उनके कर्मचारियों को भुगतान किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, इस योजना से छोटे व्यवसायों और किसानों को भी मदद मिलेगी। पश्चिमी प्रांत हेरात में सिंचाई नहरों की सफाई के लिए लगभग 30हजार लोगों को पहले से ही लगभग 5 अमरीकी डालर प्रतिदिन का भुगतान किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र कुछ बेसहारा परिवारों को 230 अमेरिकी डालर नकद भी दे रहा है।

तालिबानी शासन से मुश्किल

वाल स्ट्रीट जर्नल में लिखते हुए सईद शाह ने कहा कि यह योजना पूरी तरह एक मानवीय मिशन से आगे बढ़कर होगी। यह घोषणा ऐसे वक्त में की गई है, जब कई सरकारी कार्यों को लेकर तालिबान शासन आर्थिक प्रतिबंधों के अधीन है। शाह के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बात पर काम कर रहा है कि वो 120 करोड़ अमरीकी डालर को कैसे प्रसारित करेगा, जो विश्व बैंक अफगानिस्तान में एक वर्ष के दौरान खर्च कर रहा था। जिसमें से लगभग 28 करोड़ अमरीकी डालर पहले ही संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों को पुनर्निर्देशित कर दिए गए थे।

करोड़ो डालर की आर्थिक सहायता

गौरतलब है कि, अफगान में तालिबान के सत्ता पर कब्जा करने के बाद, नवंबर में अंतर्राष्ट्रीय दानकर्ता 100 करोड़ अमरीकी डालर दे चुके हैं। ताकि इस साल के दौरान देश में खाद्य आपूर्ति समेत आपातकालीन जरूरतों को पूरा किया जा सके। वहीं साल 2022 के लिए संयुक्त राष्ट्र करीब 440 करोड़ अमरीकी डालर की सहायता के लिए अपील करेगा। जिससे अफगान के लोगों तक रोटी और कपड़ा जैसी बुनियादी चीजों को पहुंचाया जा सके। संयुक्त राष्ट्र द्वारा किसी भी देश के लिए यह सबसे बड़ा आर्थिक सहायता अभियान है। वहीं, अमेरिकी ने भी इस सप्ताह अफगान से कुछ प्रतिबंधों को हटाया है, ताकि विश्व समुदाय द्वारा पहुंचाई जा रही मदद में कोई रुकावट न आए। साथ ही शिक्षाविदों और अफगान सिविल सेवकों का भुगतान किया जा सके।


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