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संयुक्त राष्ट्र ने जताई म्यांमार में तख्ता पलट की आशंका, अमेरिका बोला- लोकतांत्रिक मानदंडों का पालन करे सेना

संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देशों की सरकारों ने म्यांमार की सेना द्वारा दी गई चेतावनी पर चिंता जताते हुए देश में तख्तापलट की आशंका जताई है। उधर म्‍यांमार के राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग ने सेना द्वारा चुनावों में धोखाधड़ी होने के आरोपों से इन्कार किया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 29 Jan 2021 08:14 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jan 2021 08:14 PM (IST)
संयुक्त राष्ट्र ने जताई म्यांमार में तख्ता पलट की आशंका, अमेरिका बोला- लोकतांत्रिक मानदंडों का पालन करे सेना
यंगून में चुनाव में कथित गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर सैन्य समर्थकों ने प्रदर्शन किया...

नेपिता/संयुक्त राष्ट्र, एजेंसियां। संयुक्त राष्ट्र और पश्चिमी देशों की सरकारों ने म्यांमार की सेना द्वारा दी गई चेतावनी पर चिंता जताते हुए देश में तख्तापलट की आशंका जताई है। उधर, राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग ने सेना द्वारा चुनावों में धोखाधड़ी होने के आरोपों से इन्कार किया है। आठ नवंबर को हुए संसदीय चुनाव में आंग सान सू की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को शानदार जीत मिली थी। सू की पार्टी ने 476 सीटों में से 396 पर जीत दर्ज की थी जबकि सैन्य समर्थित यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी मात्र 33 सीटें जीत पाई।

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घटनाक्रम चिंताजनक

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा कि म्यांमार में चल रहे घटनाक्रम से वह बहुत चिंतित हैं। सेना ने धमकी दी है कि अगर उसकी शिकायतों का निवारण नहीं किया गया तो वह कार्रवाई करेगी। हालांकि सैन्य प्रवक्ता ने मंगलवार को जारी एक बयान में तख्तापलट जैसी संभावना से इन्कार किया था। ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, यूरोपीय संघ, अमेरिका सहित 12 अन्य राष्ट्रों ने एक अलग बयान में सेना से लोकतांत्रिक मानदंडों का पालन करने का आग्रह किया है।

सरकार और सेना के बीच बातचीत बेनतीजा

उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों को बदलने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाएगा। जब पश्चिमी देशों द्वारा जारी बयान पर सैन्य प्रवक्ता से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। सोमवार से शुरू होने वाले संसदीय सत्र से पहले तनाव को कम करने के लिए सरकार और सेना के बीच बातचीत भी हुई, लेकिन यह किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि सैन्य समर्थित प्रदर्शनकारी दो शहरों में एकत्रित हैं।

विनाशकारी होगा भारत-पाक का टकराव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा है कि यह बहुत ही आवश्यक है कि भारत और पाकिस्तान साथ आएं और अपनी समस्याओं पर गंभीरता से बात करें। गुतेरस ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी प्रकार का सैन्य टकराव उनके लिए और पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी होगा।

सीमा पर तनाव कम होना बहुत जरूरी

यूएन प्रमुख ने कहा, ' मेरा मानना है कि नियंत्रण रेखा पर तनाव कम होना बहुत ही आवश्यक है। गुतेरस कश्मीर में बने हालात को लेकर दोनों देशों के बीच उपजे तनाव के संबंध में पाकिस्तान के पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने गुरुवार को एक डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हमें एक समावेशी बहुपक्षवाद की आवश्यकता है जहां युवाओं की आवाज को अधिक तवज्जो दी जा सके।'

खोजना होगा शांतिपूर्ण समाधान

गुतेरस ने कहा, 'मुझे लगता है कि दोनों देशों को एक साथ आना चाहिए और समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा करनी चाहिए। सभी क्षेत्रों में मानवाधिकारों का पूरा सम्मान किया जाना भी आवश्यक है।' उन्होंने कहा, 'चीजें सही दिशा में नहीं बढ़ी हैं। किसी भी सहायता के लिए मैं हमेशा तैयार हूं। हमें सभी समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान खोजना होगा। जब हम भारत और पाकिस्तान को देखते हैं तो दोनों के बीच कोई भी सैन्य टकराव ना केवल इन देशों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी होगा। 


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