मिड्ल ईस्ट में UN के दो स्टाफ सस्पेंड, यौन दुराचार का आरोप- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
यौन शोषण जैसे मामलों से संयुक्त राष्ट्र भी अछूता नहीं है। मध्य पूर्व में यूएन के दो स्टाफ इस मामले में पकड़े गए और इन्हें सस्पेंड कर दिया गया
यरुशलम (रॉयटर्स)। मध्य पूर्व में शांति अभियान के लिए कार्यरत संयुक्त राष्ट्र के दो स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया। दरअसल, इन दोनों पर यौन दुराचार के आरोप हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने दी। संयुक्त राष्ट्र के इंटरनल इंविस्टिगेशन ऑफिस की ओर से सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो की जांच की गई। इस वीडियो में 'UN' मार्क के साथ एक गाड़ी दिखाई गई। यह गाड़ी टेल अवीव में देखी गई जिसमें दो स्टाफ ने इस तरह की निंदनीय हरकत की। गुरुवार को महासचिव एंटोनियो गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजार्रिक ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वीडियो में दिखने वाले दोनों शख्स की पहचान कर ली गई है। संयुक्त राष्ट्र ने इन्हें यरुशलम में शांति दूत के तौर पर यूनाइटेड नेशंस ट्रूस सुपरविजन आर्गेनाइजेशन (United Nations Truce Supervision Organization, UNTSO)) का सदस्य बताया है।
18 सेकेंड का है वीडियो
पिछले माह सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस 18 सेकेंड के वीडियो में गाड़ी की पिछली सीट पर पुरुष के साथ लाल रंग की ड्रेस में एक महिला को देखा जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से जानकारी मिलते ही जांच शुरू कर दी गई। महासचिव के प्रवक्ता ने बताया कि इस फुटेज से वे काफी परेशान है। मामले की प्राथमिक जांच में इस बात की पुष्टि हो गई कि इस मामले में दो स्टाफ शामिल थे इन दोनों को जांच पूरी होने तक के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
पहले भी लगे हैं इस तरह के आरोप
इस तरह के आरोप UN के शांति दूतों व अन्य स्टाफ पर लंबे समय से लगते रहे हैं। हाल के कुछ सालों में ये मामले बढ़ गए हैं। 2019 में संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों पर यौन शोषण के सौ से भी अधिक आरोप हैं। महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र के भीतर आए ऐसे मामलों के लिए 'जीरो टॉलरेंस' की बात कही है।