तुर्की ने अमेरिकी और जर्मन IS आतंकियों को देश से बाहर भेजा, 23 अभी भी बाकी
तुर्की ने एक अमेरिकी और जर्मन आतंकी को देश से बाहर भेजा है लेकिन इन लोगों को कहां भेजा है यह नहीं बताया गया है।
रायटर, अंकारा। तुर्की ने अपनी कैद में मौजूद इस्लामिक स्टेट (IS) के विदेशी आतंकियों को देश से बाहर भेजना शुरू कर दिया है। एक अमेरिकी और जर्मन नागरिक के साथ उसने इसकी शुरुआत कर दी है। लेकिन इन लोगों को कहां भेजा जा रहा है यह नहीं बताया गया है।
तुर्की के गृह मंत्री सुलेमान सोलयू ने पिछले सप्ताह चेतावनी दी थी कि तुर्की आइएस से ताल्लुक रखने वाले विदेशी लड़कों को सोमवार से उनके मूल देश भेजना शुरू करेगा, भले ही उनके देश ने उनकी नागरिकता खत्म कर दी हो। उन्होंने यह भी कहा था कि आइएस के विदेशी लड़ाकों के लिए तुर्की कोई होटल नहीं है।
सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु ने गृह मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल कताकली के हवाले से कहा है कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सोमवार को एक अमेरिकी और एक जर्मन आतंकी को वापस भेजा गया। आने वाले दिनों में 23 अन्य विदेशी आतंकियों को वापस भेजा जाएगा। इनमें से फ्रांस के ग्यारह, जर्मनी के नौ और आयरलैंड के दो नागरिक शामिल हैं। प्रवक्ता ने बताया कि जिन विदेशी आतंकियों को वापस भेजा जाना है, उनकी नागरिकता पता लगाने संबंधी काम लगभग पूरा कर लिया गया है और संबंधित देशों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
सरकारी न्यूज चैनल टीआरटी हैबर के अनुसार, तुर्की का लक्ष्य लगभग 2,500 विदेशी आतंकियों को देश से बाहर भेजना है। इनमें ज्यादातर यूरोपीय यूनियन के देशों के लोग हैं। वर्तमान में तुर्की के 12 निर्वासन केंद्रों में 813 आतंकी कैद हैं। तुर्की ने फ्रांस सहित यूरोपीय यूनियन के देशों से कई बार अपने नागरिकों को वापस लेने का आग्रह किया है। डेनमार्क, जर्मनी और ब्रिटेन ने आइएस से जुड़े कुछ आतंकियों की नागरिकता खत्म कर दी है।
अपने देश भेजे जाने का इंतजार कर रहे सीरिया में फंसे हजारों बच्चे
सीरिया के उत्तर-पूर्वी इलाके में फंसे हजारों बच्चे अपने देश लौटने का इंतजार कर रहे हैं। इस इलाके में मौजूद यूनिसेफ के प्रतिनिधि ने सोमवार को कहा कि हम कई महीनों से इन बच्चों के साथ हैं। इस मसले को हल करने में पहले ही देर हो चुकी है और एक-एक दिन की देरी इस मामले को जटिल बना रही है। यूनिसेफ के प्रतिनिधि फ्रैन इक्विजा ने बताया कि 60 से अधिक देशों के आतंकियों के 28 हजार बच्चे सीरिया के उत्तर-पूर्वी इलाके में फंसे हैं। इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक 12 साल से कम उम्र हैं जबकि पांच साल से कम उम्र के 50 फीसद हैं। जिन कैंपों में इन बच्चों को रखा गया है कि वे कुर्द अधिकारियों और सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के नियंत्रण में हैं।