प्रोटोकोल तोड़ते हुए बिना अनुवादक तुर्की के राष्ट्रपति से मिले टिलरसन
अमेरिकी फौज ने आइएस के खिलाफ खुद कुर्दिश लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया था। टिलरसन और एर्दोगन की इस असामान्य मुलाकात पर सवाल भी उठ रहे हैं।
अंकारा, आइएएनएस। अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने गुरुवार को यहां प्रोटोकोल तोड़ते हुए बिना अमेरिकी अनुवादक के तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन से मुलाकात की। तीन घंटे चली इस मुलाकात में तुर्की के विदेश मंत्री मेहमत कावुसोग्लु ने अनुवादक की भूमिका निभाई।
टिलरसन सीरिया में उपजे हालात की चर्चा के लिए तुर्की आए हैं। सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के खिलाफ कुर्दिश लड़ाकों के संगठन वाईपीजी और अमेरिकी सेना के बीच गठबंधन है। पिछले कुछ हफ्तों में तुर्की ने सीरिया में अपनी फौज भेजकर वाईपीजी के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। तुर्की ने कुर्दिश लड़ाकों को और पीछे धकेलने की धमकी दी थी। इस धमकी पर अमेरिका ने कड़ी नाराजगी जताई थी और तुर्की को कोई भी गलत कदम उठाने के प्रति चेताया था।
अमेरिकी फौज ने आइएस के खिलाफ खुद कुर्दिश लड़ाकों को प्रशिक्षण दिया था। टिलरसन और एर्दोगन की इस असामान्य मुलाकात पर सवाल भी उठ रहे हैं। साथ ही इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि बिना आधिकारिक अमेरिकी अनुवादक के टिलरसन ने तुर्की के राष्ट्रपति से मुलाकात क्यों की? अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस पर सफाई देते हुए मुलाकात को सामान्य बताया। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'टिलरसन राष्ट्रपति एर्दोगन से पहले भी मिल चुके हैं। विदेश मंत्री मेहमत का अनुवादक बनना ठीक था। उनमें अच्छी कामकाजी समझ है।'