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सीरिया में बीते नौ वर्षों में मारे गए तीन लाख 84 हजार लोग, दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं लाखों

समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक सीरिया में मार्च 2011 से जारी लड़ाई में कम से कम तीन लाख 84 हजार लोग मारे गए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2020 06:40 PM (IST)Updated: Sat, 14 Mar 2020 06:40 PM (IST)
सीरिया में बीते नौ वर्षों में मारे गए तीन लाख 84 हजार लोग, दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं लाखों
सीरिया में बीते नौ वर्षों में मारे गए तीन लाख 84 हजार लोग, दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं लाखों

बेरुत, एएफपी। सीरिया में मार्च 2011 से जारी लड़ाई में कम से कम तीन लाख 84 हजार लोग मारे गए हैं। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते नौ वर्षों से जारी लड़ाई में मारे गए लोगों (384,000) में एक लाख 16 हजार नागरिक भी शामिल हैं। सीरियन ऑब्‍जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि शांतिपूर्ण लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों के घातक दमन के कारण संघर्ष एक जटिल युद्ध में बदल गया है जिसमें विद्रोही गुट, जिहादी समूह और विदेशी शक्तियां शामिल हैं।

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वहीं बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने विद्रोहियों के खि‍लाफ नया मोर्चा खोल दिया है लेकिन इसमें आम लोग भी पिस रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट कहती है कि अकेले इदलिब प्रांत में जंग के कारण पिछले दिसंबर से अब तक करीब नौ लाख लोग विस्थापित हुए हैं। इस जंग में तुर्की के कूदने से हालात और भी खराब हो गए हैं। गृहयुद्ध से जूझ रहे सीरिया से विस्थापित लोगों ने बड़ी संख्या में तुर्की में शरण ली है। तुर्की में 37 लाख सीरियाई शरणार्थी हैं जिनको वह यूरोप में दाखि‍ल होने दे रहा है। तुर्की के इस कदम से ग्रीस परेशान है और वह शरणार्थियों को रोकने के लिए जद्दोजहद कर रहा है।


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