सीरिया : तुर्की समर्थक विद्रोहियों और कुर्द मिलिशिया के बीच भीषण संघर्ष, 30 लोगों की मौत
सीरिया में तुर्की समर्थक बलों और कुर्द बलों के बीच संघर्ष हुआ है जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई है।
डैमेस्कस, आइएएनएस। उत्तरी सीरिया में युद्ध की निगरानी कर रहे कुर्द मिलिशिया और तुर्की समर्थित विद्रोहियों के बीच उत्तरी सीरिया में भीषण संघर्ष हुआ है, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई है।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के ने बताया कि तुर्की बलों और तुर्की समर्थित विद्रोहियों द्वारा सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस (एसडीएफ) के कुर्द मिलिशिया के खिलाफ हवाई हमलों और तोपखाने की गोलाबारी के साथ पिछले 24 घंटों में रक्का प्रांत के उत्तरी देहात के अयन इस्सा शहर के बाहरी इलाके में लड़ाई तेज हो गई।
तुर्की में 9 अक्टूबर को उत्तरी सीरिया में कुर्द के कब्जे वाले इलाके पर हमले शुरू हुए और इसके बाद यहां अबतक कुल 305 एसडीएफ लड़ाके, 353 तुर्की समर्थित विद्रोही और 24 सीरियाई सैनिक मारे गए हैं। लंदन स्थित वॉचडॉग के मुताबिक, तुर्की में 9 अक्टूबर को उत्तरी सीरिया में कुर्द के कब्जे वाले इलाके पर हमले शुरू हुए और इसके बाद यहां अबतक कुल 305 एसडीएफ लड़ाके, 353 तुर्की समर्थित विद्रोही और 24 सीरियाई सैनिक मारे गए हैं।
तुर्की ने अपने अभियान की शुरुआत एसडीएफ और कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स के खिलाफ की, जिसे वाईपीजी के नाम से जाना जाता है, जिन्हें तुर्की आतंकवादी और अलगाववादी मानता है। रूसी मध्यस्थता के तहत 9 अक्टूबर के बाद से कुछ सौदे हुए हैं, जिसके कारण कुछ इलाकों में लड़ाईयां बंद हो गईं और सीरियाई-तुर्की सीमा पर कुर्द-आयोजित क्षेत्रों में सीरियाई सैनिकों का प्रवेश हुआ।
तुर्की ने हाल ही में आरोप लगाया है कि कुर्द मिलिशिया, तुर्की सीमा के पास कुछ क्षेत्रों से पीछे नहीं हटती है। यह कुर्दिश मिलिशिया और तुर्की समर्थित विद्रोहियों के बीच नए सिरे से जंग को दिखाता है।
बता दें, तुर्की मौजूदा वक्त में सीरिया के विद्रोही बलों का समर्थन कर रहा है। ये विद्रोही गुट असद सरकार के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं। बीते 08 वर्षों से चल रही जंग में तीन लाख 70 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इस महीने तुर्की ने सीरिया की उत्तरी सीमा पर कुर्द बलों के खिलाफ लड़ाई छेड़ी थी। तुर्की ने पिछले हफ्ते रूस से एक करार के बाद अपना अभियान रोक दिया था। इस समझौते का मकसद इस क्षेत्र को सेफ जोन बनाना है। इलाके में तुर्की 36 लाख सीरियाई शरणार्थियों को बसाना चाहता है। समझौते में सीरिया से लगने वाली तुर्की की सीमा से सीरियाई-कुर्द लड़ाकों को हटाए जाने की भी बात है।