सिगरेट के धुएं में रीमा ने पाई आजादी, सऊदी अरब में दिखी बदलाव की बयार
शरई कानून में जकड़े सऊदी अरब में बदलाव की बयार देखी जा रही है। धूमपान के नुकसान से परिचित होने के बावजूद संदेश के लिए कदम उठाया।
रियाद, एएफपी। यह शरई कानून में जकड़े सऊदी अरब में एक महिला को मिले आजादी के लम्हों की कहानी है। शुक्रवार को रियाद कैफे पहुंची रीमा (27) को जब लगा कि सब खुद में मशगूल हैं और उनकी ओर कोई नहीं देख रहा, तो सुकून के पल गुजारने के खयाल से उन्होंने हैंडबैग से इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट निकाली और उसका लंबा कश लिया..। कुछ क्षणों बाद जब उन्होंने ढेर सारा धुआं उगला..तो उनके लिए आजादी के मायने बदल चुके थे। रियाद कैफे में वह अक्सर आती हैं लेकिन यह एहसास बिल्कुल नया था..आजादी से लवरेज था..जिसका उन्होंने कभी तसव्वुर भी नहीं किया था। रीमा राजधानी रियाद की एक प्राइवेट कंपनी में काम करती हैं। तनाव को दूर करने के लिए ई-सिगरेट पीती भी हैं लेकिन अकेले में या सहकर्मियों के साथ। ..लेकिन कैफे में अजनबियों के बीच सिगरेट पीकर उन्हें पहली बार आजादी से कुछ कर सकने का एहसास हुआ।
सऊदी अरब के उस माहौल में यह बिल्कुल अनोखा एहसास है..जहां कुछ साल पहले तक महिलाएं अकेले घर से बाहर भी नहीं निकल सकती थीं। सऊदी अरब इस समय बदलाव के दौर से गुजर रहा है। लेकिन महिलाओं के सिगरेट पीने की चर्चा को अभी अच्छा नहीं समझा जाता। ऐसे में कोई महिला सार्वजनिक स्थल पर सिगरेट पीए..तो निश्चित रूप से यह बदलाव की अगुआई का मामला है। रीमा को ई-सिगरेट पीते हुए तो दो साल बीत चुके हैं। इसके पीने के तमाम नुकसानों की अनदेखी कर वह इसका इस्तेमाल कर रही हैं। लेकिन सार्वजनिक रूप से उन्होंने सिगरेट का इस्तेमाल पहली बार किया है।
रीमा का कहना है कि वह दिखावे के लिए धूमपान करने के बारे में महीनों से सोच रही थीं लेकिन कर पाईं अब। हाल के वर्षो में क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान ने बदलावों की मुहिम शुरू की है। महिलाओं को एक के बाद एक कई अधिकार दिए गए हैं। उन्हें कार चलाने, खेल प्रतियोगिताएं, मनोरंजक कार्यक्रम और पुरुष संरक्षक की अनुमति के बगैर पासपोर्ट पाने के अधिकार दिए गए हैं।
इवांका ने की महिला अधिकारों की पैरोकारी
मध्य-पूर्व के देशों के दौरे पर निकलीं इवांका ट्रंप शनिवार को दुबई में थीं। यहां पर उन्होंने क्षेत्र की महिला उद्यमियों के साथ बैठक कर खाड़ी क्षेत्र खासतौर पर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में महिला अधिकारों की आवाज उठाई। इवांका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और उनकी आधिकारिक सलाहकार हैं। उन्होंने कहा, जब महिलाओं को स्वतंत्रता मिलती है तो परिवार आगे बढ़ता है, समाज का विकास होता है और देश मजबूत बनता है।