Coronavirus: दो महीने बाद सऊदी अरब में खोले गए मस्जिदों के दरवाजे
मार्च में कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सऊदी अरब में मस्जिदें बंद कर दी गई थीं। अब दो महीने बाद यहां प्रतिबंधों में छूट के साथ मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए गए हैं।
रियाद, रॉयटर्स। सऊदी अरब में रविवार को दो महीने बाद नमाज के लिए मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए गए हैं। मार्च में कोरोना के प्रकोप को रोकने के लिए सऊदी अरब में मस्जिदें बंद कर दी गई थीं। अब दो महीने बाद यहां प्रतिबंधों में छूट के साथ मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए गए हैं।
अब्दुलमजीद अल मोहासेन ने एक नोटिस जारी कर लोगों को रियाद की सबसे बड़ी राजी मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत दे दी है। उन्होंने कहा, "यह अल्लाह की दया है जिसे महसूस करके बहुत अच्छा लग रहा है और एक बार फिर लोग अपने घरों के बजाय मस्जिदों में नमाज पढ़ सकते हैं।"
इसके साथ ही मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए एहतियातों का सख्ती से पालन करना भी जरूरी होगा। इस दौरान नमाजीयों को चेहरे पर मास्क पहनना, नमाज पढ़ने के लिए अपनी कालीन साथ लाना और नमाज के समय एक-दूसरे से 2 मीटर की दूरी रखना जरूरी है। इसके अलावा 15 साल से उम्र के बच्चों और दिल से संबंधी बीमारी के रोगीयों को मस्जिद में आने की मनाही है।
इसके अलावा लोगों को वजूह प्रक्रिया यानि चेहेरा, हाथ-मुंह धोना संबंधी सभी प्रक्रियाएं घर से ही करके आना होगा। रियाद में रह रहे एक सीरिया नागरिक मामून बशीर ने कहा, "जब मैंने मस्जिद में प्रवेश किया और अजान सुनी तो मेरी आंखों में आंसू भर आए। इसके लिए अल्लाह का शुक्रगुजार है कि हम मस्जिदों में वापस आ गए हैं।"
सऊदी अरब के अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में ही कहा था कि प्रतिबंधों को तीन चरणों में हटाया जाएगा, और कर्फ्यू में 21 जून तक पवित्र शहर मक्का को छोड़कर सभी हिस्सों में ढील दी जाएगी। यहां हज और उमरा तीर्थयात्रा करने के लिए दुनिया भर के लाखों मुसलमान शामिल होते हैं। सऊदी अरब में अभी तक 83,300 मामले कोरोना के दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें से 480 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है।