महिलाओं के बाद विदेशी वैज्ञानिकों पर मेहरबान सऊदी अरब, मुफ्त मिलेगा वीजा
सऊदी अरब स्वास्थ्य परिषद के महासचिव ने इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह वीजा उन्हें जारी किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काबिलियत का परिचय दिया है।
रियाद, आइएएनएस। देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए सऊदी अरब ने विदेशी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को मुफ्त वीजा देने का फैसला किया है। पिछले हफ्ते हुई सऊदी मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
सऊदी अरब स्वास्थ्य परिषद के महासचिव अहमद अल अमीरी ने सोमवार को कैबिनेट के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि यह वीजा उन्हें जारी किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी काबिलियत का परिचय दिया है। सरकार को उम्मीद है कि नई वीजा नीति के तहत दुनियाभर के विशेषज्ञ आकर्षित होंगे और सऊदी सरकार द्वारा शुरू किए गए शोध कार्यक्रमों में अपना योगदान देंगे।
उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब लंबे समय से कई संक्रामक बीमारियों से जूझ रहा है। इनमें मिडिल ईस्ट रेसपिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) वायरस भी शामिल है। इसकी वजह से लोगों को सांस संबंधी घातक बीमारी हो जाती है। वर्ष 2012 से इसकी वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। वीजा नीति में बड़ा बदलाव स्वास्थ्य संबंधी इन समस्याओं से निपटने के लिए ही किया गया है।
बेडि़यां तोड़ रही सऊदी अरब की महिलाएं
महिलाओं की आजादी को लेकर जो काम सऊदी अरब कर रहा है वह वास्तव में तारीफ के काबिल है। बीते कुछ समय से सऊदी अरब लगातार महिलाओं के हक में फैसले ले रहा है। कभी मुस्लिम कट्टरपंथी के तौर पर पहचाने जाने वाले इस देश ने अब इसको छोड़ने का मन बना लिया है। यही वजह है कि सऊदी अरब ने एक बार फिर से धमाकेदार फैसला लेते हुए महिलाओं को कारोबार शुरू करने का हक दे दिया है। यह उन तमाम सामाजिक सुधारों की कोशिशों में से एक है, जो क्राउन प्रिंस मोहम्मद सलमान की अगुवाई में किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि ताजा फैसले से पहले यहां पर महिलाओं को कारोबार शुरू करने के लिए पति या पुरुष परिजन की अनुमति जरूरी होती थी। अब ऐसा नहीं होगा। यह फैसला दशकों से वहां चली आ रही सख्त अभिभावक प्रथा को बदलने की दिशा में बड़ा कदम है। इसकी जानकारी बाकायदा सऊदी वाणिज्य एवं निवेश मंत्रालय दी गई है। वेबसाइट पर कहा गया है कि अभिभावक की मंजूरी का प्रमाण दिए बिना महिलाएं अब अपना कारोबार शुरू कर सकती हैं। वे सरकार की ई-सेवाओं का लाभ उठा सकती हैं। अभी तक महिलाओं को किसी भी सरकारी काम, यात्रा या कक्षा में नामांकन के लिए पति, पिता या भाई से इजाजत लेनी होती थी। लंबे समय से कच्चे तेल के राजस्व पर निर्भर सऊदी अरब में निजी क्षेत्र के विस्तार को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसमें महिलाओं को रोजगार देना भी शामिल है।