सऊदी अरब का दावा, ईरान ने हमले के लिए भेजे थे आतंकी; 10 गिरफ्तार
सऊदी अरब ने पिछले साल अपने तेल संयंत्रों पर मिसाइल-ड्रोन हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। इन हमलों की जिम्मेदारी हाउती विद्रोहियों ने ली थी। इस बीच ईरान ने कहा कि बेकार के आरोपों को दोहराने से सऊदी अरब के शासकों को कुछ हासिल नहीं होगा।
रियाद, एजेंसियां। सऊदी अरब ने ईरान के 'रिवोल्यूशनरी गार्ड' द्वारा प्रशिक्षित एक आतंकी समूह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। इन्हें सऊदी अरब में हमले के लिए तैयार किया गया था। आतंकी समूह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईरान ने सऊदी अरब के आरोपों को 'बकवास' करार दिया है। सऊदी अरब के सुरक्षा मामलों के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि दस में से तीन आतंकियों को अक्टूबर 2017 में रिवोल्यूशनरी गार्ड के ठिकानों पर विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग दी गई थी।
आतंकियों की पहचान भी नहीं बताई गई
सऊदी सुरक्षाबलों ने इस आतंकी समूह को 23 सितंबर को पकड़ा है। आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक मिले हैं। इनमें स्नाइपर राइफल व पिस्टल भी हैं। आतंकी समूह से जुड़े अन्य विवरण एवं साक्ष्य सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। यह भी नहीं बताया गया कि इनकी गिरफ्तारी किन शहरों में हुई। आतंकियों की पहचान भी नहीं बताई गई, क्योंकि अभी जांच चल रही है।
सऊदी और ईरान के बीच है पुरानी तनातनी
बता दें कि सुन्नी प्रभुत्व वाले सऊदी अरब और शिया प्रभुत्व वाले ईरान के बीच पुरानी तनातनी है। खासकर, ट्रंप प्रशासन द्वारा ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के बाद यह तनाव और बढ़ा है। अरब प्रायद्वीप के कई देशों में ये दोनों छद्म युद्ध (प्रॉक्सी वार) में भी उलझे हुए हैं। विशेष रूप से यमन में, जहां ईरान हाउती विद्रोहियों की मदद करता है, जबकि सऊदी अरब उसे खत्म करने पर तुला हुआ है।
पिछले साल अपने तेल संयंत्रों पर मिसाइल-ड्रोन हमले
सऊदी अरब ने पिछले साल अपने तेल संयंत्रों पर मिसाइल-ड्रोन हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था। इन हमलों की जिम्मेदारी हाउती विद्रोहियों ने ली थी। इस बीच, ईरान ने कहा कि बेकार के आरोपों को दोहराने से सऊदी अरब के शासकों को कुछ हासिल नहीं होगा। तेहरान की सलाह है कि सऊदी शासक झूठे आरोप लगाने की बजाय ईमानदारी और समझदारी का रास्ता अपनाएं।