कंगाली से बेहाल पाकिस्तान को उबारेगा सऊदी अरब, तीन अरब डॉलर नकद सहायता देगा
सऊदी अरब पाक को नकदी संकट से निपटने के लिए तीन अरब डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 220.06 अरब रुपये) की सहायता देगा।
रियाद, प्रेट्र। कंगाली से बेहाल हो रहे पाकिस्तान को आर्थिक संकट से उबारने के लिए सऊदी अरब आगे आ गया है। वह पाक को नकदी संकट से निपटने के लिए तीन अरब डॉलर (भारतीय मुद्रा में करीब 220.06 अरब रुपये) की सहायता देगा। साथ ही वह उसे तीन अरब डॉलर मूल्य के ही पेट्रोलियम उत्पाद भी देगा।
रियाद में मंगलवार को इस सिलसिले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सऊदी अरब के सुल्तान सलमान से मुलाकात की। इसके बाद इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बयान जारी करके बताया कि सऊदी सुलतान से इमरान खान ने द्विपक्षीय मुद्दों पर गहन चर्चा की है। दोनों देश द्विपक्षीय आर्थिक और वित्तीय सहयोग पर सहमत हैं। इसके लिए पाकिस्तान के वित्त मंत्री असद उमर और सऊदी वित्त मंत्री मुहम्मद अब्दुल्लाह अल-जादान ने सहमति पत्र पर दस्तखत किए।
इस समझौते के तहत सऊदी अरब नकद भुगतान में मदद के लिए एक साल के लिए तीन अरब डॉलर की सहायता धनराशि देगा। इसके साथ ही पाकिस्तान तीन अरब डॉलर के मूल्य के पेट्रोलियम उत्पादों का भी एक साल बाद सऊदी अरब को भुगतान कर सकेगा। यह व्यवस्था फिलहाल तीन साल के लिए है। हालांकि इस अवधि के बाद इस फैसले की समीक्षा की जा सकेगी। बयान में यह भी कहा गया है कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान की पेट्रोलियम रिफाइनरी में भी निवेश करने में रुचि दिखाई है। कैबिनेट मंजूरी के बाद इससे संबंधित एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए जाएंगे।
इमरान खान ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात करके साझा हितों के मुद्दों पर चर्चा की। बताया जाता है कि इमरान खान की अपील पर सलमान पाकिस्तानी कामगारों के वीजा शुल्क को भी कम करने को राजी हो गए हैं।
इस मौके पर इमरान खान ने कहा कि कर्ज के सबसे बड़े बोझ में दबे पाकिस्तान को उबारने के लिए मुझे सऊदी अरब से मिलने वाली सहायता स्वीकार करनी ही होगी। अगर आइएमएफ और मित्र देशों से जल्दी ही सहायता नहीं मिलती है तो हमारे पास अगले दो या तीन महीने के लिए भी पर्याप्त विदेशी मुद्रा नहीं है।
रियाद में फ्यूचर इंवेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम में शामिल होने गए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान को वित्तीय संकट से उबारने के लिए वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) और मित्र देशों से कर्ज के लिए अपील कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इमरान खान आर्थिक मदद मांगने अगले हफ्ते मलेशिया और तीन नवंबर को चीन जाएंगे।