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फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने इजरायल के पूर्व पीएम से की मुलाकात, बोले- बातचीत को तैयार

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट से मिलने के बाद कहा कि वह 2008 में शांति समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 10:02 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 10:02 AM (IST)
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने इजरायल के पूर्व पीएम से की मुलाकात, बोले- बातचीत को तैयार
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने इजरायल के पूर्व पीएम से की मुलाकात, बोले- बातचीत को तैयार

यूनाइटेड नेशन, एपी। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने मंगलवार को इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट से मिले। उन्होंने इस दौरान कहा कि वह इजरायल के साथ ट्रंप प्रशासन के तहत नहीं, बल्कि 2008 के शांति समझौते पर अंतरराष्ट्रीय मंच के तहत बातचीत फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।

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गौरतलब है कि पिछले दिनों अमेरिका ने इजरायल और फलस्तीन के विवाद के समाधान के लिए 'दो देश समाधान' पेश किया था। फिलिस्तीनी नेता ने ट्रंप की योजना को सख्ती से खारिज कर दिया। 

अब्बास ने की गलती

ओलमर्ट ने कहा कि उन्हें लगता है कि अब्बास ने 2008 की शांति योजना को स्वीकार नहीं करके गलती की थी। उन्होंने कहा कि अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दो-राज्य समाधान पर आधारित एक योजना सामने रखी गई है और अगर यह अमेरिका की प्रतिबद्धता है, तो इसे 'फिलिस्तीनी पक्ष सहित सभी पक्षों द्वारा आगे बढ़ाया जाना चाहिए।'

ओलमर्ट शांति में विश्वास रखने वाले व्यक्ति- अब्बास

अब्बास ने ओलमर्ट का स्वागत एक "प्यारे दोस्त" और 'शांति का दूत' बताकर किया। उन्होंने कहा कि ओलमर्ट एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो शांति में विश्वास रखता है, एक ऐसे व्यक्ति हैं जो शांति बहाली के लिए कोशिश जारी रखता है। ओल्मर्ट ने 2008 में अब्बास को एक शांति योजना की पेशकश की थी। इसमें वेस्ट बैंक से इजरायल की पूरी तरह वापसी और पूर्वी यरुशलम को फिलिस्तीन की राजधानी, यरूशलेम के पवित्र स्थलों पर अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण और अरब शांति पहल के तहत फिलिस्तीनी शरणार्थियों के मुद्दे पर बातचीत की पेशकश की थी। 

दोनों देश समझौते के बहुत करीब थे, ओलमर्ट पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप

दोनों देश समझौते के बहुत करीब थे। तभी ओलमर्ट को जुलाई 2008 में एक भ्रष्टाचार अभियोग के बाद इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद उन्हें 16 महीने के लिए जेल भेज दिया था। इसके बावजूद, ओलमर्ट ने कहा कि वह पिछले 11 से 12 वर्षों से लगातार अब्बास के संपर्क में है।


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