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Virtual emergency meet: ओआइसी ने इजरायल को कोसा, इस्लामिक देशों के संगठन ने की फलस्तीनियों के लिए अलग देश की मांग

57 इस्लामिक देशों के संगठन ओआइसी ने जारी बयान में फलस्तीनियों के लिए अलग देश की मांग का समर्थन करते हुए पूर्वी यरुसलम को उसकी राजधानी बनाए जाने की मांग की गई है। ओआइसी ने इजरायल को दोषी ठहराते हुए उसे सबक सिखाने की बात कही।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 16 May 2021 10:44 PM (IST)Updated: Sun, 16 May 2021 10:44 PM (IST)
Virtual emergency meet: ओआइसी ने इजरायल को कोसा, इस्लामिक देशों के संगठन ने की फलस्तीनियों के लिए अलग देश की मांग
इस्लामिक देशों के संगठन ने बैठक कर इजरायल को कोसा।

दुबई, एपी। गाजा में चल रही इजरायल की सैन्य कार्रवाई को लेकर दुबई में 57 इस्लामिक देशों के संगठन (ओआइसी) ने रविवार को वर्चुअल आपात बैठक आयोजित की। बैठक में ज्यादातर देशों ने संघर्ष के लिए इजरायल को दोषी ठहराते हुए उसे सबक सिखाने की बात कही।

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ओआइसी ने फलस्तीनियों के लिए की अलग देश की मांग, पूर्वी यरुसलम हो राजधानी

बैठक के बाद संगठन की ओर से जारी बयान में फलस्तीनियों के लिए अलग देश की मांग का समर्थन करते हुए पूर्वी यरुसलम को उसकी राजधानी बनाए जाने की मांग की गई है। इस बैठक में कुछ मुस्लिम देशों द्वारा हाल के दिनों में इजरायल को मान्यता दिए जाने पर भी मतभेद सामने आए।

फलस्तीन के विदेश मंत्री मल्की ने कहा- हम आखिरी दिन तक जंग लड़ेंगे

बैठक की शुरुआत में फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद मल्की ने इजरायल की कार्रवाई को कायराना बताते हुए कहा कि हमें अल्लाह को बताना है कि हम आखिरी दिन तक जंग लड़ेंगे। हालांकि मल्की की गाजा या उसके प्रशासन में कोई हैसियत नहीं है। आतंकी संगठन हमास ने 2007 से वहां की प्रशासनिक व्यवस्था अपने कब्जे में कर रखी है।

ईरान के विदेश मंत्री जरीफ ने कहा- जब-जब हम दोस्ताना रवैया दिखाते हैं उसका सितम बढ़ जाता है

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि इजरायल द्वारा फलस्तीनियों के कत्लेआम से साबित होता है कि जब-जब हम दोस्ताना रवैया दिखाने की कोशिश करते हैं उसका सितम बढ़ जाता है।

अल अक्सा मस्जिद से फलस्तीनियों को हटाकर अन्य लोगों को बसाए जाने पर लगे रोक: ओआइसी

ओआइसी के बयान में अल अक्सा मस्जिद में मुस्लिमों के आने-जाने की छूट का सम्मान करने और उसके आस-पास से फलस्तीनियों को हटाकर दूसरे लोगों को बसाए जाने पर रोक लगाने को कहा है।

मक्का-मदीना के बाद अल अक्सा मस्जिद तीसरी सबसे पवित्र मस्जिद

उल्लेखनीय है मुसलमानों के लिए मक्का-मदीना के बाद अल अक्सा मस्जिद तीसरी सबसे पवित्र मस्जिद है। कुछ इस तरह के विचार सऊदी अरब, तुर्की, ईरान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों ने भी व्यक्त किए।


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