Move to Jagran APP

आतंकी आसोमा की मां पहली बार आई सामने, जाने बेटे के बारे में क्‍या कहा

उन्होंने बताया कि हमले के 48 घंटों के अंदर हम जानते थे कि ओसामा ही इसके पीछे है। हम सबको उस पर शर्म आ रही थी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 07:48 PM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 07:48 PM (IST)
आतंकी आसोमा की मां पहली बार आई सामने, जाने बेटे के बारे में क्‍या कहा
आतंकी आसोमा की मां पहली बार आई सामने, जाने बेटे के बारे में क्‍या कहा

रियाद, एजेंसी। 2001 में वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर पर हवाई हमले के 17 साल बाद अलकायदा के आतंकी आसोमा बिन लादेन की मां पहली बार मीडिया के सामने आई। आसोमा बिन लादेन की मां ने कहा कि न्‍यूयार्क में 9/11 हमले के लिए मेरा बेटा जिम्‍मेदार था। वह अच्‍छा बच्‍चा था, जब तक उसका यूनिवर्सिटी में ब्रेनवॉश नहीं किया गया था। ओसामा बिन लादेन को 2001 में वर्ल्‍ड ट्रेड सेंटर पर हवाई हमले का जिम्‍मेदार माना जाता है। हमले में पर्यटकों और आपातकालीन दल सहित तीन हजार लोगों की मौत हो गई थी। दो यात्री जहाजों का अपहरण कर मैनहट्टन के टावर पर हमला बोल दिया था जिसमें 6 हजार लोग घायल हो गए थे। इस हमले के 17 साल बाद ओसामा की मां पहली बार मीडिया के सामने आई।

loksabha election banner

सऊदी सरकार से थे अच्छे संबंध

'गार्डियन' ने बहुत खोजबीन करके उसकी मां आलिया घानेम जो 70 वर्ष के आसपास हैं से बातचीत की। घानेम ने बताया कि ओसामा के जन्म के कुछ समय बाद ही उन्होंने उसके पिता से तलाक ले लिया था और दूसरी शादी कर ली थी। अब उनका एक परिवार है। उन्‍होंने कहा कि उसके बेटे को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। सऊदी शहर के जेद्दा की यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के बाद चरमपंथियों ने उसका ब्रेनवॉश कर दिया। प्रारंभिक दिनों में जो भी उससे मिलता था, उसका आदर करता था। शुरुआत में हम उसका बहुत आदर करते थे। यहां तक कि सऊदी सरकार भी उसके संग अच्छे संबंध रखती थी और फिर सबके सामने आया 'ओसामा द मुजाहिद'। 

शुरू में आसोमा था बहुत शर्मिला

बेटे के बचपन को याद करते हुए ओसामा के बारे में वह कहती हैं कि उनकी पहली संतान लादेन काफी शर्मीला था और वह उनसे ज्यादा प्यार करता था। उन्होंने बताया कि जब ओसामा 20 साल के आसपास था तो वह काफी मजबूत, प्रेरित और पवित्र था लेकिन बाद में वह बदल गया। जेद्दा की किंग अब्दुल्ल अजीज यूनिवर्सिटी में अर्थशास्‍त्र की पढ़ाई के दौरान ही ओसामा कट्टरपंथी बना। उन्हें ऐसा करने के लिए पैसे मिलते थे।

जेहादी बनने पर थे दुखी

घानेम ने बताया कि यूनिवर्सिटी में वह एक अलग आदमी बन गया। वहां वह अब्दुल्ला अजाम नाम के एक शख्स से मिला, जो मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य था, जिसे सऊदी अरब से निर्वासित कर दिया गया था और बाद में वह ओसामा का धर्मगुरु बना। उन्‍होंने कहा कि मैं उससे हमेशा कहती थी कि ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहे। वह जो कर रहा था, उसे उसने कभी स्‍वीकार नहीं किया।

घानेम से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि उनका बेटा जिहादी बन जाएगा? तो उन्होंने कहा कि यह मेरे दिमाग में कभी नहीं आया लेकिन वह मेरे दिमाग को नहीं बदल सका। जब उनसे पूछा गया कि इसकी जानकारी मिलने पर उन्हें कैसा लगा? तो उन्होंने कहा कि हम बहुत दुखी थे। मैं नहीं चाहती कि यह किसी और के साथ हो। उसने सबकुछ ऐसे क्यों बर्बाद कर दिया? '1980 के दशक के शुरुआती सालों में ओसामा रूस के कब्जे के खिलाफ लड़ने अफगानिस्तान पहुंचा। घानेम ने बताया कि आखिरी बार उन्होंने ओसामा को 1999 में अफगानिस्तान में देखा था, उस साल वह दो बार ओसामा से मिलने गई थी। उस वक्त ओसामा कंधार के ठीक बाहर अपने ठिकाने में रह रहा था।

सौतले भाई बोले, 9/11 हमले के बाद थे स्‍तब्‍ध

जेद्दा में सउदी सरकार से अनुमति के बाद ही यह इंटरव्‍यू संभव हो सका। सउदी सरकार इस परिवार पर नजदीक से नजर रखती है। जब घानेम से बात की गई तो उसके सौतले भाई हसन और अहमद भी साथ थे। ओसामा के सौतेले भाइयों ने बताया कि 9/11 को अब 17 साल बीत चुके हैं और घानेम अब तक इसके लिए अपने बेटे को नहीं बल्कि उसके साथ रहने वालों को दोषी मानती हैं।

उन्होंने बताया कि हमले के 48 घंटों के अंदर हम जानते थे कि ओसामा ही इसके पीछे है। हम सबको उस पर शर्म आ रही थी। हम उस घटना से स्‍तब्‍ध थे। हमें पता था कि हम सबको इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।' अब लगभग दो दशक बाद लादेन का यह परिवार खुलेआम घूम सकता है। अहमद ने बताया कि उसकी मां केवल उसके अच्‍छे बच्‍चे होने के बारे में ही जान सकी। ओसामा के जेहादी पक्ष को नहीं जान सकी।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.