इंडोनेशिया में मस्जिद के मलबे में दबे व्यक्ति को दो दिन बाद बचाया गया
69 तीव्रता के इस भूकंप की वजह से 98 लोगों की जान चली गई। 20 हजार लोगों को अस्थायी शिविरों में रखा गया है।
लॉमबोक, एपी/रायटर। इंडोनेशिया के लॉमबोक द्वीप में भूकंप के कारण ढही मस्जिद के मलबे में दबे एक व्यक्ति को दो दिन बाद बचा लिया गया। मस्जिद गिरते समय वहां करीब 50 लोग नमाज पढ़ रहे थे। आपदा अधिकारी मलबे के नीचे दबे अन्य लोगों को जिंदा बाहर निकालने की उम्मीद में जोर-शोर से जुटे हैं। एक अन्य इमारत के मलबे से एक महिला समेत दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। महिला की कई हड्डियां टूट गई हैं।
भूकंप प्रभावित एक गांव के मुखिया ने कहा, 'अस्पतालों में सैकड़ों लोग भर्ती हैं। इसलिए टूटी हुई हड्डियों का इलाज गांव वाले पारंपरिक तरीके से कर रहे हैं।' पर्यटकों के बीच लोकप्रिय लॉमबोक में रविवार को दस दिन के भीतर दोबारा भूकंप का झटका आया था। 6.9 तीव्रता के इस भूकंप की वजह से 98 लोगों की जान चली गई। 20 हजार लोगों को अस्थायी शिविरों में रखा गया है।
कई हजार लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। बचावकर्मी धराशायी इमारतों के मलबे हटाकर पीडि़तों की तलाश कर रहे हैं। द्वीप में गत 29 जुलाई को भी 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई थी। दोबारा आए भूकंप से द्वीप पर छुट्टी मनाने आए पर्यटकों में भय का माहौल है। सब अपने घर वापस लौट रहे हैं। सैकड़ों लोग तो विमान के इंतजार में लॉमबोक एयरपोर्ट पर ही रात गुजार रहे हैं।