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62 वर्षीय पिता के लिए धोखे से लिया डिप्‍लोमा, दुबई कोर्ट में मामले की सुनवाई

सीरिया में रोजगार के लिए 62 वर्षीय पिता को बेटे ने फेक डिप्‍लोमा दिलवाया जिसपर दुबई कोर्ट में सुनवाई की जा रही है।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 07 Apr 2018 02:42 PM (IST)Updated: Sat, 07 Apr 2018 02:42 PM (IST)
62 वर्षीय पिता के लिए धोखे से लिया डिप्‍लोमा, दुबई कोर्ट में मामले की सुनवाई
62 वर्षीय पिता के लिए धोखे से लिया डिप्‍लोमा, दुबई कोर्ट में मामले की सुनवाई

सीरिया (एजेंसी)। सीरियाई शख्‍स और उनके बेटे पर धोखे से यूनिवर्सिटी का डिप्‍लोमा लेने का आरोप है। दुबई कोर्ट में मामले की सुनवाई की जा रही है। आरोप है कि पिता के लिए रोजगार हासिल करने में डिप्‍लोमा का इस्‍तेमाल किया गया। 62 वर्षीय शख्‍स व उनके 34 वर्षीय बेटे पर इंफार्मेशन एंड अकाउंटिंग में धोखे से डिप्‍लोमा लेने का आरोप है जबकि उनका कहना है कि सीरिया यूनवर्सिटी से यह डिप्‍लोमा जारी किया गया है।

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खलीज टाइम्‍स के अनुसार, डिप्‍लोमा लेने के बाद उन्‍होंने इसे रोजगार वीजा के लिए तहसील केंद्र में प्रस्‍तुत किया। दोनों पर नकली कागजातों के इस्‍तेमाल और धोखाधड़ी का आरोप है। यह मामला 16 मई 2016 का है जिसके लिए अल कुसाइस पुलिस स्‍टेशन में मामला दर्ज है।

सीरिया में 11 संस्‍थानों के मालिक 53 वर्षीय सीरियाई निवेशक ने कहा, 34 वर्षीय आरोपी उनके लिए पीआरओ के तौर पर काम करता था। ‘वह मेरे सभी बिजनेस को प्रशासनिक और और आर्थिक तौर पर चलाया करता था। स्‍टाफ की नियुक्‍ति और उन्‍हें हटाने का अधिकार भी उसके पास था। उसने अपने पिता को टूरिस्‍ट वीजा पर यहां लाने का आग्रह किया और फिर यहां के निवासी के तौर पर एडजस्‍ट करने की बात कही। मैं सहमत हो गया और उसके पिता के वीजा को स्‍पांसर भी किया।‘

इसके अनुसार उसके पिता को पर्चेज मैनेजर का पद दिया गया। मैंने लीगल कंसल्‍टेंट से मुलाकात की। बाद में पता चला कि पिता के नाम पर नकली डिग्री बनाने के लिए बेटे ने Dh (दिरहम) 500 का भुगतान किया था। निवेशक ने बाद में कहा कि उनके साथ बिजनेस करने वाले एक शख्‍स का फोन आया जिसने बताया कि गलत कॉलेज डिग्री के जरिए उसने अपने पिता के लिए वीजा जारी कराया।

तहशील ब्रांच के कर्मचारी को पब्‍लिक प्रॉसिक्‍यूशन के समक्ष बयान देने के लिए समन किया गया था। उन्‍होंने कहा कि वीजा के लिए आवेदन के समय बेटे ने पासपोर्ट कॉपी, कॉलेज डिग्री की अटेस्‍टेड कॉपी और वीजा को स्‍पांसर करने वाली कंपनी से संबंधित अन्‍य कागजात जमा किए थे। अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होगी।


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