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इजराइल ने जासूस को दिया सम्‍मान, गुप्‍त ऑपरेशन में सीरिया से हासिल की घड़ी

इजराइल ने अपने प्रसिद्ध जासूस एली कोहेन को सम्‍मान दिया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 07 Jul 2018 03:37 PM (IST)Updated: Sat, 07 Jul 2018 03:37 PM (IST)
इजराइल ने जासूस को दिया सम्‍मान, गुप्‍त ऑपरेशन में सीरिया से हासिल की घड़ी
इजराइल ने जासूस को दिया सम्‍मान, गुप्‍त ऑपरेशन में सीरिया से हासिल की घड़ी

जेरुसलम, प्रेट्र। एक साहसी ऑपरेशन में इजराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद ने सीरिया से अपने लिजेंड्री जासूस एली कोहेन की कलाई की घड़ी को हासिल किया है। इसके माध्‍यम से इजराइल ने अपने प्रसिद्ध जासूस को सम्‍मान दिया है। कोहेन को 50 साल पहले पकड़ा गया था और सार्वजनिक रूप से सीरिया में फांसी दे दी गई थी।

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इस बारे में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने बताया, 'मैं मोसाद के सैनिकों के साहस की सराहना करता हूं जिन्‍होंने महान जासूस एली कोहेन के स्‍मृति चिन्‍ह को हासिल करने के लिए यह पराक्रम किया। कोहेन ने इजराइल की सुरक्षा में बड़ा योगदान दिया था।' जासूसी एजेंसी मोसाद ने दावा किया कि हाल में हुए एक विशेष ऑपरेशन में सीरिया से कोहेन की कलाई की घड़ी को बरामद किया गया है।

मिस्र में पैदा हुए कोहेन 1960 के दशक की शुरुआत में मोसाद में भर्ती हुए थे। वह अरबों के बारे में जानकारी हासिल करने और सीरियार्इ् शासन के प्रमुख क्षेत्रों में घुसपैठ करने में कामयाब रहे थे। बताया जाता है कि कोहेन द्वारा साझा की जानकारी से 1967 के अरब-इजराइल युद्ध में इजराइल की जीत संभव हो पाई थी। 1964 में सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों ने कोहेन का पर्दाफाश किया था। मिलिट्री ट्रायल के बाद कोहेन को मौत की सजा सुनाई गई और 18 मई, 1965 को फांसी दे दी गई।

कुछ हफ्ते पहले ऐली कोहेन के लिए आयोजित वार्षिक सम्‍मान समारोह में मोसाद के निदेशक योसी कोहेन ने उनके परिवार से कलाई की घड़ी लौटाने का वादा किया था। इस घड़ी का इस्‍तेमाल कोहेन सीरिया में करते थे। जासूसी एजेंसी ने कहा कि घड़ी फिलहाल मोसाद के हेडक्‍वार्टर में रखी हुई है। रोश हाशाना (यहूदी नववर्ष) पर यह घड़ी परिवार को सौंप दी जाएगी। मोसाद ने कहा कि हम एली कोहेन के पराक्रम को हमेशा याद रखेंगे और उसे कभी भूल नहीं सकते। उनका मातृभूमि के प्रति प्‍यार हमारी विरासत है। उनकी पत्‍नी नादिया और उनके बच्‍चे से हमारा संबंध लगातार बना हुआ है।

मोसाद निदेशक ने कहा कि इस वर्ष चले ऑपरेशन में हम उस घड़ी ढूंढने और लाने में कामयाब हुए। यह घड़ी अरब में कोहेन की पहचान थी। दुश्‍मन देश ने घड़ी के माध्‍यम से ही प्रसिद्ध जासूस को पकड़ा था। घड़ी के इजराइल आने पर खुफिया ऑपरेशन के माध्‍यम से जांच की गई जिससे यह पता चला कि यह घड़ी वास्‍तव में कोहेन की ही थी। 1962 में गुप्‍त वेश में कोहेन ने व्‍यापारी कमल अमीन ताबाब के नाम से सीरिया में कई यात्राएं की थी। इस दौरान प्रभावशाली तरीके से राजनीति, व्‍यापारी और सैन्‍य क्षेत्रों में कई लोगों से मित्रता करने में कामयाब रहे। 


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