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इराक में प्रदर्शनकारियों ने नामित प्रधानमंत्री को नकारा, गैर सियासी शख्‍स को पीएम बनाने की मांग

Protest in Iraq इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति द्वारा नामित प्रधानमंत्री मुहम्मद तौफीक अलावी (Mohammed Tawfiq Allawi) को खारिज कर दिया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 05:31 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 05:45 PM (IST)
इराक में प्रदर्शनकारियों ने नामित प्रधानमंत्री को नकारा, गैर सियासी शख्‍स को पीएम बनाने की मांग
इराक में प्रदर्शनकारियों ने नामित प्रधानमंत्री को नकारा, गैर सियासी शख्‍स को पीएम बनाने की मांग

बगदाद, एपी। इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति द्वारा नामित प्रधानमंत्री मुहम्मद तौफीक अलावी को खारिज कर दिया है। प्रदर्शनकारी ऐसे व्यक्ति को पीएम बनाने की मांग कर रहे हैं, जिसका किसी पार्टी से कोई संबंध ना हो। सियासी दलों से लंबे विचार-विमर्श के बाद बीते शनिवार को निवर्तमान प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी की जगह पूर्व संचार मंत्री अलावी को पीएम नामित किया गया था।

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राजधानी बगदाद के सेंट्रल प्लाजा में रविवार को आयोजित रैलियों में भाग ले रहे छात्रों ने एक सुर में अलावी के चयन को नकार दिया। प्रदर्शनकारियों ने उनकी जो तस्वीरें ले रखी थीं, उन पर बड़ा सा क्रास का निशान बना था। इस तरह की तस्वीरें पूरे शहर और अंडरपास आदि में लगी दिखाई दीं। मशहूर तहरीर चौक पर आयोजित रैली में शामिल प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, हम अलावी को नहीं चाहते क्योंकि वह सियासी दलों द्वारा चुने गए एक दल के सदस्य हैं। हम ऐसा व्यक्ति चाहते हैं जिसका किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं हो।'

इराकी अधिकारियों का मानना है कि अलावी को भी उन्हीं राजनीतिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा जैसी उनके पूर्ववर्ती को झेलनी पड़ी। मुखर और कठोर नहीं होने के कारण राजनीतिक जानकार उन्हें निवर्तमान प्रधानमंत्री अब्दुल महदी का शांत संस्करण बता रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि वह सिर्फ पार्टियों की इच्छाएं पूरी करेंगे। 

उल्‍लेखनीय है कि अदेल अब्दुल-महदी ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए एक दिसंबर, 2019 को इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इराक में बीते अक्टूबर महीने में प्रदर्शन शुरू हुए थे। बीच में तीन जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई जिसके बाद से यह आंदोलन अब और तेज हो गया है। सनद रहे कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने इन प्रदर्शनों के पीछे ईरान का हाथ होने का इशारा किया था। उन्‍होंने कहा था कि ईरान को पड़ोसी देशों को अस्थिर करने की कोशिशों से परहेज करना चाहिए। 


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