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ईरान के भूमिगत परमाणु संवर्धन संयंत्र में आई खराबी, निगरानी में नतांज का परमाणु प्लांट

बिजली की समस्या के कारण ईरान की नटजान भूमिगत परमाणु सुविधा में रविवार को एक घटना हुई ईरानी प्रेस टीवी ने बताया तेहरान ने साइट पर नए उन्नत यूरेनियम संवर्धन केंद्र शुरू किए। घटना के कारण कोई हताहत या दूषित नहीं हुआ।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 02:47 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 02:50 PM (IST)
ईरान के भूमिगत परमाणु संवर्धन संयंत्र में आई खराबी, निगरानी में नतांज का परमाणु प्लांट
प्लैनेट लैब्स इंक की इस सैटेलाइट तस्वीर में ईरान की नैटजेन परमाणु सुविधा को दिखाया गया है। (फोटो: एपी)

तेहरान, एपी। ईरान के नतांज स्थित भूमिगत परमाणु संयंत्र में रविवार को विद्युत वितरण ग्रिड से जुड़ी खराबी आ गई। नए एडवांस्ड सेंट्रीफ्यूज शुरू करने के कुछ ही घंटों बाद इसका पता चला। विश्व बिरादरी के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत के बीच तेहरान के सबसे सुरक्षित स्थानों में इस तरह की घटना का यह ताजा मामला है। बता दें कि नतांज का परमाणु ऊर्जा संयंत्र अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) की निगरानी में है।

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सरकारी टीवी ने देश के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के प्रवक्ता बेहरूज कमालवंदी का हवाला देते हुए घटना की पुष्टि की है। कमलावदी ने कहा कि सौभाग्य से इस घटना में ना तो किसी तरह की जनहानि हुई और ना हीं किसी तरह का प्रदूषण फैला। उन्होंने कहा कि घटना की वजहों का पता लगाया जा रहा है। खास बात यह है कि ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने अपनी वेबसाइट पर घटना के संबंध में किसी तरह का कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है।

पिछले वर्ष जुलाई में भी परमाणु संयंत्र में संदिग्ध विस्फोट हो गया था। हालांकि बाद में इसे तोड़फोड़ की घटना करार दिया गया था। क्षेत्रीय स्तर पर ईरान का सबसे बड़ा दुश्मन इजरायल है और तेहरान का यह आरोप है कि यरुशलम किसी भी कीमत पर नहीं चाहता है कि परमाणु समझौते की वार्ता परवाना चढ़े। ईरान ने दशकों को पहले सैन्य परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले वैज्ञानिक की हत्या के लिए भी इजरायल को दोषी ठहराया था। इजरायल ने अभी तक किसी हमले का दावा तो नहीं किया है, लेकिन हाल ही में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया था।

अमेरिका-ईरान के बीच अगले सप्ताह शुरू होगी वार्ता

ईरान और अमेरिका के बीच अप्रत्यक्ष वार्ता अगले सप्ताह शुरू होगी। अमेरिका के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस सप्ताह यूरोपियन यूनियन, चीन और रूस के साथ हुई वार्ता के बाद इस संबंध में कुछ प्रगति हुई है। ज्ञात हो कि 2015 के परमाणु समझौते पर लौटने के लिए अमेरिका द्वारा वार्ता शुरू की गई है। इससे पहले ईरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहा है।


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