तेहरान, एजेंसियां। ईरान में हिजाब के विरोध में महिलाएं सड़कों पर उतरी हुईं हैं। देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरानी अदालत ने बुधवार को हिंसा के लिए दंगाई को मौत की सजा सुनाई है। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि अदालत द्वारा पिछले तीन दिनों में यह दूसरी मौत की सजा दी गई है।
वहीं, पिछले दिनों एक अन्य अदालत ने पांच लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के आरोप में पांच से 10 साल के बीच जेल की सजा सुनाई थी। न्यायपालिका के आंकड़ों के अनुसार हाल के प्रदर्शनों में भाग लेने के आरोप में 2,000 से अधिक लोगों पर पहले ही आरोप लगाया जा चुका है।
मानवाधिकार समूह ने सरकार को दी चेतावनी
एक मानवाधिकार समूह ने सरकार को चेतावनी दी है। नॉर्वे स्थित ईरान मानवाधिकार ने आधिकारिक रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान में कम से कम 20 लोग मौत की सजा के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान
मानवाधिकार समूह के निदेशक महमूद अमीरी-मोगद्दम ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई करने और इस्लामी गणतंत्र को प्रदर्शनकारियों को मारने के परिणामों के बारे में कड़ी चेतावनी देने का आह्वान किया।
22 वर्षीय महिला महसा अमिनि की पुलिस कस्टडी में हुई मौत
गौरतलब है कि हिजाब ना पहनने के आरोप में गिरफ्तार 22 वर्षीय महिला महसा अमिनि की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। इसके बाद राजधानी तेहरान की सड़कों पर भड़की हुईं महिलाओं ने अपने बाल काटकर और हिजाब जलाते हुए प्रदर्शन किया।
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अब तक 326 से प्रदर्शनकारियों की हुई मौत
बताया जाता है कि ईरान के 140 शहरों और कस्बों में विरोध प्रदर्शन फैल गए हैं। यह प्रदर्शन ईरानी सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौती बन गया है। ईरान मानवाधिकार के अनुसार सुरक्षा बलों द्वारा हिंसक कार्रवाई में 43 बच्चों और 25 महिलाओं सहित कम से कम 326 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है।