गलती से यूक्रेनी विमान को मार गिराने के बाद से गहरी में जी रहा ये ईरानी कमांडर, कहा- काश मैं मर गया होता
ईरानी कमांडर ने कहा कि मैं विमान हादसे के बारे में सुनने के बाद मरने के लिए तरस गया हूं। काश मैं मर जाता और इस तरह का हादसा देखने को नहीं मिलता।
तेहरान, एजेंसियां। यूक्रेन के यात्री विमान को मार गिराने की घटना पर ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर के एयरोस्पेस कमांडर आमिर अली हाजीजादेह ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, ‘मैं विमान हादसे के बारे में सुनने के बाद मरने के लिए तरस गया हूं।काश मैं मर जाता और इस तरह का हादसा देखने को नहीं मिलता।’
हाजीजादेह ने कहा कि ईरानी मिसाइल ऑपरेटर यूक्रेन के विमान को अमेरिकी क्रूज मिसाइल समझने की गलती कर बैठा।उसने इसकी पुष्टि करनी भी चाही, लेकिन उस वक्त किसी वजह से उसका संचार उपकरण काम नहीं कर सका। उसके पास फैसला लेने के लिए सिर्फ 10 सेकेंड का वक्त था। दुर्भाग्य से उसने विमान पर मिसाइल दागने का फैसला किया और उसका नतीजा हमारे सामने है।
विमान हादसे का सच आने के बाद ईरान के लोगों में भी गुस्सा देखने को मिला है। ट्विटर पर कई ईरानियों ने सवाल उठाया कि अमेरिकी ठिकानों पर हमले के बीच विमान को उड़ान भरने की इजाजत क्यों दी गई थी?
दो मिसाइलों की हुई थी पहचान
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि विमान के उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही सतह से हवा में मार करने वाली दो मिसाइलों के दागे जाने का पता चला था। अमेरिकी सैन्य उपग्रहों ने इनकी पहचान की थी। ये मिसाइल रूस निर्मित टोर बताई जा रही है। इसका इस्तेमाल ईरानी सेना करती है। गुरुवार को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें विमान की ओर कोई चीज तेज गति से आती दिखी और फिर तेज रोशनी हुई। इसके कुछ सेकेंड बाद तेज धमाका सुना गया।
दुनिया ने की घटना की निष्पक्ष जांच की मांग
ईरान की स्वीकारोक्ति के बाद कई देशों ने घटना की पूरी जांच करने की मांग की है। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पैली ने कहा, ‘हमें इस तरह की घटनाओं से सबक लेना चाहिए।’ जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा, ‘तेहरान इस घटना को पूरी तरह स्पष्ट करे।’ स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लफ्वेन ने बयान में कहा, ‘इस घटना की निष्पक्ष और पूरी जांच होनी चाहिए।’