भारी तनाव के बीच तेहरान ने अमेरिका से किया आग्रह, मध्य एशिया से निकले US सैनिकें
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि क्षेत्र में अमेरिकी अवैध पैठ को समाप्त किया जाना चाहिए।
तेहरान, एजेंसी । वाशिंगटन और तेहरान में तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह अपनी सेना को पूरे मध्य एशिया क्षेत्र से बाहर निकाले। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि क्षेत्र में अमेरिकी अवैध पैठ को समाप्त किया जाना चाहिए। ईरानी विदेश विभाग ने कहा है कि इराक में अवैध उपस्थिति के परिणामों के लिए अमेरिका दूसरों को दोषी नहीं ठहरा सकता।
मूसवी ने अपनी यह टिप्पणी एेसे समय दी है, जब वाशिंगटन में अपने सैन्य अड्डे पर हमले के लिए दूसरों को दोषी ठहरा रहा है। इस बाबत अमेरिका की प्रतिक्रिया आ चुकी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के प्रवक्ता ने कहा डोनाल्ड ट्रंप को किसी देश पर बेबुनियाद आरोप लगाने के बजाय अपनी सेना की उपस्थिति और व्यवहार की पूरी तरह से समीक्षा करनी चाहिए।
बता दें कि इराक की राजधानी बगदाद में बुधवार को सैन्य बेस के निकट अमेरिकी सैनिकों पर रॉकेट हमला हुआ था। इसके बाद अमेरिकी सेना ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। इस हमले में अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन के सभी सदस्यों में से दो अमेरिकियों और एक ब्रिटेन सैनिक की मौत हो गई थी। अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि इस हमले के जवाब में गठबंधन सेना ने रात भर सैन्य ठिकानों पर इराकी अर्धसैनिक हशद शबी बलों पर हवाई हमले किए।
गौरतलब है कि इराक की राजधानी बगदाद के बेहद सुरक्षित इलाके ग्रीन जोन और अमेरिकी एयरबेस पर रॉकेट हमले हुए थे। ईरान ने बगदाद में अपने टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत के बाद ईरान ने पलटवार करते हुए इन हमलों को अंजाम दिया था। हालांकि इन हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं हुआ था। रक्षा व्यवस्था से जुड़े सूत्रों का कहना था कि ग्रीन जोन में दो मोर्टार और अमेरिकी एयरबेस पर दो रॉकेट दागे गए थे।
ग्रीन जोन बगदाद का बेहद सुरक्षित इलाका है, जहां अमेरिकी दूतावास स्थित है। इराकी सेना का कहना है कि एक मोर्टार ग्रीन जोन एंक्लेव के परिसर में और दूसरा इसके नजदीक फटा था। इराकी सेना ने बताया कि मोर्टार हमले के बाद बगदाद के उत्तर में स्थित बलाद एयरबेस को दो रॉकेट से निशाना बनाया गया। यहां अमेरिकी सेनाएं रहती हैं। इसके बाद से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है।