महामारी से लड़ने के लिए ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मांगा कोविड-19 कर्ज
कोरोना महामारी से जूझ रहे ईरान के सेंट्रल बैंक ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज देने की अपील की है।
तेहरान, आईएएनएस। कोरोना महामारी से जूझ रहे ईरान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज मांगा है। सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान (CBI) के गवर्नर ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कहा कि वह आपातकालीन एंटी-कोरोना वायरस ऋण के लिए ईरान के अनुरोध को स्वीकार करें।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान के प्रमुख अब्दोलनसर हेममती ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा, 'हम उम्मीद करते हैं कि आईएमएफ तुरंत ईरान के अनुरोध का जवाब देगा, जो खुद फंड का संस्थापक सदस्य है।'
हेममती ने कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए आईएमएफ की प्रतिक्रिया उसके द्वारा किए जा रहे दावों के लिए लिटमस टेस्ट की तरह होगी।
प्रेस टीवी के अनुसार, हेमवती ने बुधवार को आईएमएफ अध्यक्ष को एक पत्र भेजा जिसमें नए कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वर्तमान लड़ाई के लिए ईरान को कर्ज की आवश्यकता पर जोर दिया गया था।
12 मार्च को यह घोषणा की गई थी कि सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान ने देश में कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 5 बिलियन डॉलर का कर्ज मांगा था। हालांकि, रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिका ने आपातकालीन कर्ज के लिए ईरान के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।
बुधवार को ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी से लड़ाई के बीच आईएमएफ द्वारा ईरान के आवेदन को अस्वीकार करना अनुचित है। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी कोरोना वायरस रिसोर्स सेंटर द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार ईरान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 66 हजार से ज्यादा हो गई है, जबकि चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस का कहर से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभाविता है। हालात इतने खराब हो गे हैं कि पिछले 24 घंटे के अंदर 1783 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अगर पिछले तीन दिनों में ही पांच हजार से ज्यादा लोगों की इस महामारी की वजह से मारे जा चुके हैं।